💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

मध्य जनवरी तक चीनी का उत्पादन 7 प्रतिशत घटकर 149 लाख टन पर सिमटा

प्रकाशित 17/01/2024, 06:38 pm
मध्य जनवरी तक चीनी का उत्पादन 7 प्रतिशत घटकर 149 लाख टन पर सिमटा

iGrain India - नई दिल्ली (भारती एग्री एप्प)। सरकारी चीनी मिलों की अग्रणी संस्था- नेशनल फेडरेशन ऑफ को ऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज के आंकड़ों से पता चलत है कि 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन में 1 अक्टूबर 2023 से 15 जनवरी 2024 के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर चीनी का उत्पादन घटकर 149 लाख टन पर सिमट गया

जो 2022-23 के सीजन की समान अवधि के उत्पादन 160 लाख टन से 7.1 प्रतिशत या 11 लाख टन कम है। इस बार 15 जनवरी तक देश में कुल 509 चीनी मिलें सक्रिय हुईं और उसमें 1563 लाख टन गन्ना की क्रशिंग हुई। इसके मुकाबले पिछले सीजन की इसी अवधि में 519 चीनी मिलें सक्रिय हुई थी और उसमें 1681 लाख टन गन्ना की क्रशिंग हुई थी।

चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान महाराष्ट्र तथा कर्नाटक में गन्ना की क्रशिंग प्रक्रिया 10-15 दिन देर से शुरू हुई और आरम्भिक चरण में मध्य नवम्बर तक वहां क्रशिंग की गति भी धीमी रही। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में गन्ना की क्रशिंग सामान्य ढंग से चलती रही। उत्तर प्रदेश में अक्टूबर में ही गन्ना की क्रशिंग आरंभिक हो गई थी जबकि महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में 1 नवम्बर से शुरू हुई।

फेडरेशन के मुताबिक चालू मार्केटिंग सीजन में गन्ना से चीनी की औसत रिकवरी दर 9.5 प्रतिशत दर्ज की गई जो पिछले सीजन के लगभग बराबर ही रही। फेडरेशन ने 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) के दौरान चीनी का कुल घरेलू उत्पादन 305.50 लाख टन होने का अनुमान लगाया है जो 2022-23 सीजन के कुल उत्पादन 331 लाख टन से 7.7 प्रतिशत कम है।

वर्ष 2023 में मानसून की वर्षा अनियमित एवं अनिश्चित रही और अगस्त में भयंका सूखा पड़ गया जिससे गन्ना की फसल को भारी नुकसान हुआ। महाराष्ट्र एवं कर्नाटक जैसे अग्रणी चीनी उत्पादक राज्यों में गन्ना की पैदावार काफी घट गई है।

पिछले साल की तुलना में चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान मध्य जनवरी तक चीनी का उत्पादन उत्तर प्रदेश में 40.20 लाख टन से उछलकर 46 लाख टन पर पहुंचा मगर महाराष्ट्र में 61 लाख टन से लुढ़ककर करीब 51 लाख टन तथा कर्नाटक में 35 लाख टन से घटकर 31 लाख टन पर सिमट गया। 

चालू सीजन के दौरान उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में संयुक्त रूप से 128 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ जो कुल राष्ट्रीय उत्पादन का 86.2 प्रतिशत रहा। चालू सीजन के दौरान उत्तर प्रदेश में कुल 115 लाख टन, महाराष्ट्र में 90 लाख टन, कर्नाटक में 42 लाख टन, तमिलनाडु में 12 लाख टन तथा गुजरात में 10 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान लगाते हुए

फेडरेशन ने कहा है कि शेष उत्पादन अन्य राज्यों में होगा जिसमें बिहार, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान एवं उड़ीसा आदि .शामिल हैं।                                        

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित