iGrain India - नई दिल्ली (भारती एग्री एप्प)। सरकारी चीनी मिलों की अग्रणी संस्था- नेशनल फेडरेशन ऑफ को ऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज के आंकड़ों से पता चलत है कि 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन में 1 अक्टूबर 2023 से 15 जनवरी 2024 के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर चीनी का उत्पादन घटकर 149 लाख टन पर सिमट गया
जो 2022-23 के सीजन की समान अवधि के उत्पादन 160 लाख टन से 7.1 प्रतिशत या 11 लाख टन कम है। इस बार 15 जनवरी तक देश में कुल 509 चीनी मिलें सक्रिय हुईं और उसमें 1563 लाख टन गन्ना की क्रशिंग हुई। इसके मुकाबले पिछले सीजन की इसी अवधि में 519 चीनी मिलें सक्रिय हुई थी और उसमें 1681 लाख टन गन्ना की क्रशिंग हुई थी।
चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान महाराष्ट्र तथा कर्नाटक में गन्ना की क्रशिंग प्रक्रिया 10-15 दिन देर से शुरू हुई और आरम्भिक चरण में मध्य नवम्बर तक वहां क्रशिंग की गति भी धीमी रही। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में गन्ना की क्रशिंग सामान्य ढंग से चलती रही। उत्तर प्रदेश में अक्टूबर में ही गन्ना की क्रशिंग आरंभिक हो गई थी जबकि महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में 1 नवम्बर से शुरू हुई।
फेडरेशन के मुताबिक चालू मार्केटिंग सीजन में गन्ना से चीनी की औसत रिकवरी दर 9.5 प्रतिशत दर्ज की गई जो पिछले सीजन के लगभग बराबर ही रही। फेडरेशन ने 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) के दौरान चीनी का कुल घरेलू उत्पादन 305.50 लाख टन होने का अनुमान लगाया है जो 2022-23 सीजन के कुल उत्पादन 331 लाख टन से 7.7 प्रतिशत कम है।
वर्ष 2023 में मानसून की वर्षा अनियमित एवं अनिश्चित रही और अगस्त में भयंका सूखा पड़ गया जिससे गन्ना की फसल को भारी नुकसान हुआ। महाराष्ट्र एवं कर्नाटक जैसे अग्रणी चीनी उत्पादक राज्यों में गन्ना की पैदावार काफी घट गई है।
पिछले साल की तुलना में चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान मध्य जनवरी तक चीनी का उत्पादन उत्तर प्रदेश में 40.20 लाख टन से उछलकर 46 लाख टन पर पहुंचा मगर महाराष्ट्र में 61 लाख टन से लुढ़ककर करीब 51 लाख टन तथा कर्नाटक में 35 लाख टन से घटकर 31 लाख टन पर सिमट गया।
चालू सीजन के दौरान उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में संयुक्त रूप से 128 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ जो कुल राष्ट्रीय उत्पादन का 86.2 प्रतिशत रहा। चालू सीजन के दौरान उत्तर प्रदेश में कुल 115 लाख टन, महाराष्ट्र में 90 लाख टन, कर्नाटक में 42 लाख टन, तमिलनाडु में 12 लाख टन तथा गुजरात में 10 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान लगाते हुए
फेडरेशन ने कहा है कि शेष उत्पादन अन्य राज्यों में होगा जिसमें बिहार, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान एवं उड़ीसा आदि .शामिल हैं।