💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

भारतीय निर्यात प्रतिबंध के कारण चावल का वैश्विक बाजार भाव तेज होने की संभावना

प्रकाशित 18/01/2024, 02:08 am
भारतीय निर्यात प्रतिबंध के कारण चावल का वैश्विक बाजार भाव तेज होने की संभावना

iGrain India - हैदराबाद । भारत से 100 प्रतिशत टूटे (टुकड़ी) चावल तथा गैर बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लागू होने से वैश्विक बाजार में चावल की कुल आपूर्ति में 20 लाख टन की गिरावट आ गई है।

इतना ही नहीं बल्कि चावल के वैश्विक बकाया अधिशेष स्टॉक में भी 50 से 80 लाख टन की भारी गिरावट आने का अनुमान लगाया गया है जिससे कीमतों में तेजी-मजबूती का सिलसिला आगे भी जारी रह सकता है।

भारत से चावल के निर्यात में कमी आ रही है। 25 अगस्त से इसमें अब तक 46.70 लाख टन की कमी आ चुकी है। अन्य निर्यातक देशों द्वारा करीब 20 लाख टन अतिरिक्त चावल की आपूर्ति की गई लेकिन फिर भी कुल आपूर्ति में 20 लाख टन से अधिक की गिरावट आ गई। 

इंटरनेशनल ग्रेन्स कौंसिल के अनुसार टुकड़ी चावल एवं सफेद गैर बासमती चावल का निर्यात बंद होने के बावजूद भारत 2023-24 के मार्केटिंग सीजन में चावल का सबसे प्रमुख निर्यातक देश बना रहेगा।

वर्ष 2024 में चावल के वैश्विक कारोबार में 2 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान लगाया गया है जिसका प्रमुख कारण एशियाई देशों में मांग कुछ कमजोर पड़ना बताया जा रहा है। इसमें इंडोनेशिया मुख्य रूप से शामिल है। भारत लम्बे अंतराल के साथ दुनिया में चावल का सबसे बड़ा निर्यातक देश बना रहेगा। 

अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) ने कहा है कि भारत के निर्यात प्रतिबंध का विभिन्न तरह से वैश्विक बाजार पर असर पड़ रहा है। दरअसल अनेक आयातक देश कच्चे (सफेद) चावल के लिए भारत पर ही काफी हद तक आश्रित रहे हैं और एकाएक इसका शिपमेंट बंद होने से उन देशों का प्रभावित होना स्वाभविक ही है।

वर्ष 2022 में भारत से अफ्रीका के उप सहारा क्षेत्र के देशों में चावल का जितना निर्यात हुआ इसमें लगभग आधा भाग सेला चावल का था जिसका अधिकांश शिपमेंट पश्चिम अफ्रीकी देशों को हुआ था।

भारत से सेला चावल का निर्यात बंद नहीं हुआ है बल्कि इस पर सिर्फ 20 प्रतिशत का सीमा शुल्क लगाया गया है। लेकिन सहारा क्षेत्र के जिन देशों में सफेद चावल का भारी निर्यात हो रहा था वहां इसका शिपमेंट जरूर ठप्प पड़ गया है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित