iGrain India - कुआलालम्पुर । इंडोनेशिया के बाद दुनिया में पाम तेल के दूसरे सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- मलेशिया ने फरवरी 2024 के लिए क्रूड पाम तेल (सीपीओ) पर निर्यात शुल्क को 8 प्रतिशत के पिछले स्तर पर ही बरकरार रखने की घोषणा की है जो वहां प्रचलित नियम के अनुरूप है।
वैसे मलेशिया में सीपीओ का संदर्भ मूल्य (रिफ्रेंस प्राइस) कुछ नीचे आंका गया है। जनवरी 2024 के लिए यह संदर्भ मूल्य 6979.50 रिंगिट प्रति टन नियत हुआ था जिसे फरवरी के लिए 3571.39 रिंगिट प्रति टन आंका गया है।
प्रचलित फार्मूले के अनुसार मलेशिया में अगर सीपीओ का संदर्भ मूल्य 3450 रिंगिट प्रति से ऊंचा रहेगा तो उस पर 8 प्रतिशत का उच्चतम निर्यात शुल्क मान्य होगा। इससे नीचे के संदर्भ मूल्य के लिए अलग-अलग श्रेणी का निर्यात शुल्क निर्धारित किया जाता है जो 2250 रिंगिट प्रति टन से आरंभ होता है।
संदर्भ मूल्य में कमी आने से मलेशियाई पाम तेल पर निर्यात शुल्क का स्तर घट जाएगा। जनवरी के लिए 3679.50 रिंगिट प्रति टन के संदर्भ मूल्य पर 8 प्रतिशत का शुल्क लागू होने से कुल निर्यात शुल्क 294.36 रिंगिट या 63.33 डॉलर प्रति टन बैठ रहा है जबकि फरवरी 2024 के लिए 3571.39 रिंगिट प्रति टन के संदर्भ मूल्य पर 8 प्रतिशत की दर से शुल्क लगने पर इसका स्तर 60.37 डॉलर या 285.71 रिंगिट प्रति टन बैठेगा।
इससे भारत में मलेशियाई पाम तेल का आयात कुछ सस्ता हो जाएगा क्योंकि यहां आयात शुल्क स्थिर बना हुआ है। मलेशिया में पाम तेल की कीमतों पर दबाव बना हुआ है मगर आगे इसमें कुछ तेजी आने की संभावना है।