iGrain India - रेगिना । कनाडा के कृषि मंत्रालय ने 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (अगस्त-जुलाई) के दौरान देश से काबुली चना का कुल निर्यात घटकर 1.20 लाख टन पर सिमट जाने का अनुमान लगाया है।
अमरीका, यूरोपीय संघ एवं तुर्की कनाडाई काबुली चना के तीन प्रमुख बाजार बने हुए हैं। बेहतर उत्पादन एवं कमजोर निर्यात के बावजूद कनाडा में चालू मार्केटिंग सीजन के अंत में काबुली चना का बकाया अधिशेष स्टॉक घटने की संभावना है।
मौजूदा सीजन में इसका औसत बाजार भाव बढ़कर 1069 डॉलर प्रति टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान है क्योंकि एक तो इसका स्टॉक कम है और दूसरे, इसकी वैश्विक मांग मजबूत रहने की उम्मीद है।
उधर अमरीका में बिजाई क्षेत्र में हुई वृद्धि और ऊंची उपज दर को देखते हुए अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) ने काबुली चना का घरेलू उत्पादन 2022-23 के मुकाबले 2023-24 के सीजन में 28 प्रतिशत बढ़कर 2.14 लाख टन पर पहुंच जाने का अनुमान लगाया है।
कनाडा के कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 2024-25 सीजन के दौरान काबुली चना के बिजाई क्षेत्र में बढ़ोत्तरी हो सकती है क्योंकि ऊंचे बाजार भाव के कारण किसानों को आकर्षक आमदनी प्राप्त हो रही है जिससे उसका उत्साह बढ़ गया है। अप्रैल-मई में इसकी बिजाई शुरू होने की संभावना है।
वैसे भी कनाडा में सीमित क्षेत्रफल में काबुली चना की खेती होती है। सामान्य औसत उपज दर के आधार पर कनाडा में 2024-25 सीजन के दौरान काबुली चना का उत्पादन तेजी से बढ़कर 2.10 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है और इसकी कुल आपूर्ति एवं उपलब्धता में 28 प्रतिशत की भारी बढ़ोत्तरी होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
इसके फलस्वरूप कनाडा से काबुली चना के निर्यात में भी इजाफा होगा लेकिन इसके औसत मूल्य में कुछ नरमी रहेगी। कनाडा में पिछले साल मौसम की हालत काफी हद तक फसलों के लिए प्रतिकूल रही थी।
इससे उत्पादन में गिरावट आई मगर काबुली चना का उत्पादन अपेक्षाकृत बेहतर रहा। मसूर एवं मटर की पैदावार काफी घट गई।
काबुली चना के वैश्विक निर्यात बाजार में कनाडा को अमरीका, मैक्सिको, भारत, रूस एवं अर्जेन्टीना जैसे देशों की कठिन प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है जबकि ऑस्ट्रेलिया से मुख्यत: देसी चना का निर्यात होता है।