iGrain India - मुम्बई । चीनी व्यापारियों की अग्रणी संस्था- ऑल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन (आईस्टा) ने 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) के दौरान चीनी का घरेलू उत्पादन 316 लाख टन होने का अनुमान लगाया है जो 2022-23 सीजन के उत्पादन से करीब 4 प्रतिशत कम है।
इस उत्पादन अनुमान में एथनॉल निर्माण में इस्तेमाल होने वाला लगभग 20 लाख टन सुक्रोज शामिल नहीं है। आईस्टा का 2023-24 सीजन के लिए चीनी के उत्पादन का यह पहला अनुमान है।
संस्था की रिपोर्ट के अनुसार चालू मार्केटिंग सीजन के आरंभ में उद्योग के पास करीब 57 लाख टन चीनी का पिछला बकाया स्टॉक मौजूद था और 316 लाख टन के संभावित उत्पादन के साथ इसकी कुल उपलब्धता 373 लाख टन पर पहुंचेगी।
दूसरी ओर चीनी की कुल घरेलू खपत बढ़कर 290 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है। इसके बावजूद 2023-24 सीजन के अंत में करीब 82-83 लाख टन चीनी का बकाया अधिशेष स्टॉक मौजूद रह सकता है।
आईस्टा के मुताबिक 2022-23 के सीजन में 329 लाख टन चीनी का घरेलू उत्पादन हुआ था। एसोसिएशन के चेयरमैन का कहना है कि चीनी उत्पादन का यह पहला अनुमान सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर लगाया गया है।
इसमें गन्ना की कुल अनुमानित क्रशिंग मात्रा, गन्ना की उपज दर तथा चीनी की औसत रिकवरी आदि शामिल है। अभी खेतों में गन्ना की जो फसल खड़ी है और एथनॉल निर्माण हेतु सुक्रोज के डायवर्जन की जो अनुमति दी गई है उसका भी ध्यान रखा गया है। इस चीनी उत्पादन अनुमान में आगे 3 प्रतिशत का उतार-चढ़ाव आ सकता है।
एसोसिएशन ने 2023-24 सीजन के दौरान उत्तर प्रदेश में 117 लाख टन, महाराष्ट्र में 96 लाख टन तथा कर्नाटक में 47 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान लगाया है। उत्तर प्रदेश में 2022-23 सीजन के दौरान 107 लाख टन चीनी का उत्पादन आंका गया था।