iGrain India - इंदौर । चालू मार्केटिंग सीजन की पहली तिमाही के दौरान घरेलू प्रभाग में खाद्य उद्देश्य एवं पशु आहार निर्माण उद्योग में सोयामील की मांग कुछ कमजोर रही।
इंदौर स्थित संस्था- सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिशन ऑफ इंडिया (सोपा) के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर-दिसम्बर 2023 के दौरान पशु आहार- पॉल्ट्री फीड क्षेत्र में सोयामील की कुल खपत 18.50 लाख टन पर सिमटी जो वर्ष 2022 की समान अवधि की खपत 19 लाख टन से 2.6 प्रतिशत कम रही। इसी तरह खाद्य क्षेत्र में इसकी खपत 3 लाख टन से घटकर 2 लाख टन रह गई।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान सोयामील का घरेलू उत्पादन भी 27.14 लाख टन से घटकर 25.65 लाख टन रह गया क्योंकि सोयाबीन की कम मात्रा की क्रशिंग हुई। सोयामील का निर्यात भी 4.19 लाख टन से 10 हजार टन गिरकर 4.09 लाख टन रह गया।
सोपा की रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर-दिसम्बर 2023 की तिमाही में प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में कुल 52 लाख टन सोयाबीन की आवक हुई जो पिछले साल की आपूर्ति 50 लाख टन से ज्यादा रही।
लेकिन सोयाबीन की क्रशिंग 34 लाख टन से घटकर 32.50 लाख टन रह गई। सोपा के कार्यकारी निदेशक के अनुसार सरकारी एवं व्यापारिक स्रोतों के साथ अन्य स्रोतों से संग्रहित आंकड़ों के आधार पर मांग एवं आपूर्ति का यह अनुमान तैयार किया गया है।
सोपा ने 2023-24 सीजन के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर 118.74 लाख टन सोयाबीन के उत्पादन का अनुमान लगाया है जबकि पिछले स्टॉक एवं संभावित आयात के साथ इसकी कुल उपलब्धता 142.81 लाख टन पर पहुंचने की उम्मीद जताई है।
एसोसिएशन के अनुसार 1 जनवरी 2024 को किसानों, व्यापारियों एवं मिलर्स के पास करीब 97 लाख टन सोयाबीन का स्टॉक बचा हुआ था 1 जनवरी 2023 के स्टॉक 101.09 लाख टन से कुछ कम रहा।