iGrain India - निजामाबाद । तेलंगाना में हल्दी की सबसे प्रमुख व्यापारिक मंडी- निजामाबाद में नए माल की आवक का सीजन आरंभ होने से कारोबारियों में हलचल बढ़ने लगी है।
पिछले दिन निजामाबाद के भाजपा सांसद ने कृषि उपज मंडी में एक मीटिंग के बाद हल्दी के उत्पादकों एवं व्यापारियों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि वर्तमान समय में देश से करीब 1600 करोड़ रुपए मूल्य की हल्दी का सालाना निर्यात हो रहा है जबकि केन्द्र सरकार ने वर्ष 2030 तक इसे 4 गुणा (400 प्रतिशत) बढ़ाकर 6400 करोड़ रुपए पर पहुंचने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य नियत किया है।
निजामाबाद की कृषि उपज मंडी में हल्दी के उत्पादकों, व्यापारियों, कमीशन एजेंटों, खरीदारों एवं अधिकारियों की एक बैठक को सम्बोधित करते हुए सांसद ने कहा कि देश से हल्दी के निर्यात में अच्छी बढ़ोत्तरी हो रही है।
चालू सीजन से ही राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड भी क्रियाशील हो जाएगा जिससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के विकास-विस्तार की गति तेज होगी ताकि हल्दी के उत्पादकों को इसकी खेती से लेकर इसके निर्यात तक के लिए सभी आवश्यक एवं संभव सहायता उपलब्ध करवाई जा सके।
सांसद के अनुसार केन्द्र सरकार किसानों की सुविधा-सहायता के लिए आदर्श बुनियादी ढांचा तैयार करने हेतु 200 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना बना रही है।
किसानों को हल्दी की खेती के लिए ऑर्गेनिक विधि अपनाने पर जोर देना चाहिए। सांसद ने कहा कि इस वर्ष से निजामाबाद मंडी में हल्दी उत्पादकों को कम से कम 10,000 रुपए से लेकर 13,500 रुपए प्रति क्विंटल का मूल्य सुनिश्चित किया जाएगा जबकि अगले सीजन से उसे 20,000 रुपए प्रति क्विंटल का दाम मिलेगा जो आगामी वर्षों में बढ़ते हुए 25,000 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच सकता है। इससे किसानों को हल्दी का उत्पादन बढ़ाने का बेहतर प्रोत्साहन प्राप्त होगा।