iGrain India - पुणे (भारती एग्री एप्प)। वर्ष 2023 में मानसून की बारिश कम होने तथा सूखे का गंभीर संकट बरकरार रहने से महाराष्ट्र में चालू सीजन के दौरान गन्ना एवं चीनी के उत्पादन में भारी गिरावट आने की संभावना है।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार महराष्ट्र के आठ संभागों में 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान 24 जनवरी 2024 तक केवल 574.10 लाख क्विंटल (57.41 लाख टन) चीनी का उत्पादन हुआ जबकि पिछले साल की समान अवधि में उत्पादन 672.76 लाख क्विंटल (67.28 लाख टन) पर पहुंच गया था। इस तरह पिछले सीजन के मुकाबले चालू सीजन में चीनी का उत्पादन वहां करीब 100 लाख क्विंटल या 10 लाख टन कम हुआ है।
महाराष्ट्र के जिन आठ संभागों में गन्ना एवं चीनी का उत्पादन होता है उसमें कोल्हापुर, पुणे, सोलापुर, अहमद नगर, नांदेड, अमरावती, नागपुर एवं छत्रपति संभाजी नगर शामिल है। लगभग सभी संभागों में चीनी का उत्पादन घटने के संकेत मिल रहे हैं।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में इस बार प्राइवेट क्षेत्र में 101 तथा सहकारी क्षेत्र में 97 सहित कुल 198 चीनी मिलों में गन्ना की क्रशिंग शुरू हुई। इसमें से अब तक कोल्हापुर संभाग की 37 इकाइयों द्वारा 146.34 लाख क्विंटल, पुणे संभाग की 30 मिलों द्वारा 124.87 लाख क्विंटल,
सोलापुर संभाग के 47 प्लांटों द्वारा 114.86 लाख क्विंटल, अहमदनगर की 26 इकाइयों द्वारा 71.40 लाख क्विंटल, छत्रपति संभाजी नगर की 22 फैक्टरियों द्वारा 46.92 लाख क्विंटल, नांदेड डिवीजन की 29 मिलों द्वारा 64.49 लाख क्विंटल, अमरावती की तीन इकाइयों द्वारा 4.75 लाख क्विंटल तथा नागपुर की 4 मिलों द्वारा 72 हजार क्विंटल चीनी का निर्माण किया गया।
महाराष्ट्र में 2021-22 सीजन के दौरान करीब 137 लाख टन चीनी का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ था जो 2022-23 सीजन के दौरान घटकर 105 लाख टन के करीब रह गया।
2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के लिए पहले 85-90 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान लगाया गया था लेकिन तीन माह गुजरने के बावजूद वहां चीनी का उत्पादन 60 लाख टन तक भी नहीं पहुंच सका है।
गन्ना की क्रशिंग फरवरी तक जारी रहने की संभावना है। इसके बाद चीनी मिलें गन्ना की कमी के कारण धड़ाधड़ बंद होने लगेगी। इससे वहां चीनी का उत्पादन पूर्व अनुमान तक पहुंचने में संदेह है।