iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय कृषि मंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के तहत अब तक कुल 23.38 लाख किसानों का नामांकन हो चुका है। उल्लेखनीय है कि किसानों के लिए इस पेंशन योजना की शुरुआत सितम्बर 2019 में हुई थी। इसका उद्देश्य वृद्धावस्था में लोगों को संरक्षण देना तथा छोटे एवं सीमांत किसानों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
मालूम हो कि यह एक स्वैच्छिक योजना है जिसमें 18 से 40 वर्ष तक के किसान शामिल हो सकते हैं। इसमें किसानों को अपनी तरफ से भी योगदान करना पड़ता है।
इस योजना में यह प्रावधान है कि नामांकन करवाने वाले किसान जब 60 वर्ष के हो जाएंगे तब उन्हें 3000 रुपए प्रति माह का पेंशन मिलना शुरू हो जाएगा।
केन्द्रीय कृषि मंत्री ने पिछले दिन लोकसभा में कहा कि अब तक राष्ट्रीय स्तर पर 23,38,720 किसान इस पेंशन योजना के तहत अपना नामांकन करवा चुके हैं। कर्नाटक में किसानों की संख्या 41,683 पर पहुंची है।
स्कीम की संचालनीय गाईड लाइन के अनुसार इस योजना में लाभार्थी किसानों द्वारा जितना योगदान दिया जाएगा उतना ही योगदान केन्द्र सरकार का भी रहेगा।
कृषि मंत्री के अनुसार 31 जनवरी 2024 तक कर्नाटक में इस योजना के लाभार्थियों से कुल 10,78,51,700 रुपए की राशि संग्रहित की गई और इतनी ही राशि सरकार की ओर से भी जमा करवाई गई।
देश के अनेक अन्य राज्यों में भी इस योजना के प्रति किसानों में आकर्षण बढ़ता जा रहा है क्योंकि इससे भविष्य में उन्हें वित्तीय संरक्षण प्राप्त होने का भरोसा है।
सरकार किसानों के लिए कई अन्य सहायता योजना भी चला रही है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत प्रत्येक किसान को 6000 रुपए वार्षिक की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है जिससे उन्हें काफी राहत मिल रही है।