iGrain India - नई दिल्ली । खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत अब तक कुल मिलाकर 80.04 लाख टन गेहूं की बिक्री हो चुकी है। इस योजना के तहत गेहूं की साप्ताहिक नीलामी 28 जून 2023 से आरंभ हुई थी जो अब तक बरकरार है। चालू सप्ताह की नीलामी के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने 5 लाख टन गेहूं की बिक्री का ऑफर दिया था जिसमें से 4.78 लाख टन या 96 प्रतिशत की बिक्री हो गई।
इससे पिछले सप्ताह के दौरान 4.50 लाख टन की बिक्री का ऑफर दिया गया था और उसके 94 प्रतिशत भाग की बिक्री हुई थी। सरकार घरेलू बाजार भाव पर दबाव डालने के लिए ओएमएसएस के तहत गेहूं का ऑफर क्रमिक रूप से बढ़ाती जा रही है।
28 जून को जब योजना की शुरुआत हुई थी तब 2 लाख टन गेहूं की साप्ताहिक नीलामी ऑफर दिया गया था जिसे अब ढाई गुना बढ़ाकर 5 लाख टन निर्धारित किया गया है। प्रत्येक बिडर के लिए गेहूं की अधिकतम खरीद की मात्रा (सीमा) भी बढ़ा दी गई है।
7 फरवरी 2024 को हुई नवीनतम नीलामी के तहत गेहूं का औसत बिक्री मूल्य 2259.16 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जो 31 जनवरी 2024 को आयोजित नीलामी के औसत बिक्री मूल्य 2255.35 रुपए प्रति क्विंटल से कुछ ऊंचा है।
ज्ञात हो कि 13 दिसम्बर 2023 की नीलामी में इसका औसत मूल्य घटकर 2172.94 रुपए प्रति क्विंटल रह गया था। सरकारी गेहूं का रिजर्व मूल्य 2129 रुपए प्रति क्विंटल के करीब रखा गया था जो इसकी कुल आर्थिक लागत 2703 रुपए प्रति क्विंटल बैठ रही है।
चालू सप्ताह की नीलामी के दौरान गेहूं का औसत बिक्री मूल्य पूर्वी क्षेत्र में 2305 रुपए प्रति क्विंटल तथा अन्य क्षेत्रों में 2217 से 2265 रुपए प्रति क्विंटल के बीच रहा।
सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 2022-23 सीजन के 2125 रुपए प्रति क्विंटल से 150 रुपए बढ़ाकर 2023-24 के मौजूदा रबी सीजन के लिए 2275 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। थोक मंडियों में गेहूं का दाम अब भी न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊंचा चल रहा है।