iGrain India - रेगिना । पश्चिमी कनाडा की मंडियों में काबुली चना का भाव पिछले 8-10 दिनों से एक निश्चित सीमा में स्थिर बना हुआ है। हालांकि सरकारी एजेंसी- स्टैट्स कैन ने 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान काबुली चना की कुल उपलब्धता में गिरावट आने की संभावना जताई है मगर व्यापारी एवं निर्यातक इससे सहमत नहीं है।
कनाडा से काबुली चना का निर्यात बेहतर हो रहा है और घरेलू प्रभाग में इसकी आपूर्ति की स्थिति भी अच्छी बनी हुई है। इधर भारत में भी काबुली चना के नए माल की आवक जल्दी ही आरंभ होने वाली है।
समझा जाता है कि स्टैट्स कैन के आंकड़ों को देखते हुए उत्पादक कुछ असमंजस में है और इसलिए अपने स्टॉक को जल्दी-जल्दी नहीं बेचना चाहते हैं। अब व्यापारियों-निर्यातकों द्वारा भी दाम घटाकर काबुली चना खरीदने की कोशिश की जा रही है।
नम्बर 2 क्वालिटी के मोटे दाने वाले काबुली चना का भाव विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग सुना जा रहा है। यह कारोबार तथा परिवहन खर्च के आधार पर कहीं ऊंचा तो कहीं नीचे चल रहा है। इसका फ्री ऑन बोर्ड मूल्य 52 से 57 पौंड प्रति सेंट के बीच बताया जा रहा है।
ऊंचे दाम के साथ यह शर्त लगी रहती है कि काबुली चना के स्टॉक में 7 मि०मी० वाले दाने का अंश 10 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए। कुछ खरीदार 9 मि०मी० आकार वाले काबुली चना की खरीद पर ध्यान दे रहे हैं।
कनाडा के निर्यातकों को यह चिंता सता रही है कि मार्च में भारत तथा अप्रैल में मैक्सिको से काबुली चना की आपूर्ति शुरू हो जाएगी जिससे वैश्विक निर्यात बाजार में चुनौतियों एवं प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। उसके बाद रूस में भी नया माल आने लगेगा।
स्वयं कनाडा में अप्रैल या मई में काबुली चना की बिजाई शुरू होगी और अगस्त-सितम्बर में नया माल आने लगेगा। वर्तमान मूल्य स्तर पर किसानों के लिए आकर्षक माना जा रहा है जिससे इसके बिजाई क्षेत्र में कुछ बढ़ोत्तरी होने के आसार हैं।
लेकिन मसूर से उसे चुनौती मिल सकती है। कनाडा में मोटी हरी मसूर का भाव उछलकर 75-76 सेंट प्रति पौंड के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है जिससे किसान काफी उत्साहित हैं। कनाडा से तुर्की, अल्जीरिया एवं अमरीका सहित कई अन्य देशों को काबुली चना एवं मसूर का निर्यात किया जाता है।