iGrain India - नई दिल्ली। खरीफ कालीन गैर बासमती धान की आपूर्ति बहुत कम होने से मंडियों में इसका कारोबार भी सीमित हो रहा है और अब बासमती धान की आवक भी घटने लगी है। वैसे बासमती चावल का निर्यात प्रदर्शन अच्छा है और घरेलू बाजार में भी इसकी मांग बनी हुई है। बासमती धान का घरेलू उत्पादन 2022-23 सीजन के 110 लाख टन से बढ़कर 2023-24 के सीजन में 130 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान है। गैर बासमती धान की सरकारी खरीद इस बार गत वर्ष से पीछे चल रही है।
दिल्ली
1 से 7 फरवरी 2024 वाले सपताह के दौरान दिल्ली की नरेला मंडी में 1718 बासमती धान का भाव 41 रुपए गिरकर 4170 रुपए प्रति क्विंटल तथा अमृतसर में 20 रुपए गिरकर 4650 रुपए प्रति क्विंटल रह गया।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के एटा में सुगंधा धान का दाम 100 रुपए गिरकर 2800 रुपए प्रति क्विंटल तथा मैनपुरी में ताज का भाव 100 रुपए गिरकर 2500/2550 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। जहांगीरबाद मंडी में भी विभिन्न किस्मों के धान की कीमतों में 100-150 रुपए की गिरावट दर्ज की गई जबकि छत्तीसगढ़ की राजिम मंडी में भाव 30-40 रुपए टूट गए।
राजस्थान
राजस्थान की बूंदी मंडी में 1509, सुगंधा, 1718 एवं 1847 धान का भाव 40 से 100 रुपए तक नरम रहा। राजस्थान के कोटा में भी पूसा बासमती एवं 1509 के दाम में 100-100 रुपए की गिरावट आई। लेकिन मध्य प्रदेश के डबरा में 1718 धान का दाम 350 रुपए उछलकर 4100 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा।
चावल
जहां तक चावल का सवाल है तो अधिकांश मंडियों में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान इसके दाम में स्थिरता बनी रही और कारोबार भी सीमित हुआ।
राजस्थान
राजस्थान की बूंदी मंडी में चावल का भाव 50-150 रुपए तक नरम रहा। हरियाणा की करनाल मंडी में 1121 स्टीम तथा 1509 स्टीम चावल का मूल्य 100-100 रुपए की गिरावट से क्रमश: 9300 रुपए प्रति क्विंटल तथा 7900 रुपए प्रति क्विंटल रहा गया जबकि 1509 सेला चाल का दाम 200 रुपए घटकर 7000 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। वहां शरबती चावल का दाम भी 300 रुपए घटकर 5200/5300 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
दिल्ली
दिल्ली के नया बाजार में 1401 सेला चावल का दाम 600 रुपए लुढ़ककर 7500 रुपए प्रति क्विंटल रह गया जबकि अन्य किस्मों के दाम में भी 100-200 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट रही।