iGrain India - ढाका । घरेलू प्रभाग में मसूर, मूंग एवं चना का उत्पादन घटने से बांग्ला देश में वित्त वर्ष 2023 के दौरान इसके आयात में बढ़ोत्तरी हुई। हालांकि बांग्ला देश को भी डॉलर के अभाव का गंभीर संकट झेलना पड़ रहा है जिससे विदेशी मुद्रा का भंडार काफी घट गया है मगर फिर भी वहां आवश्यक वस्तुओं के आयात पर भारी-भरकम राशि खर्च हो रही है।
आयात पर निर्भरता बढ़ने से बांग्ला देश के घरेलू बाजार में आवश्यक चीजों का दाम ऊंचा चल रहा है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में दलहनों के दाम में अस्थिरता बनी हुई है।
समीक्षकों का कहना है कि सरकार को घरेलू बाजार की मांग एवं जरूरत की सावधानी से समीक्षा करके इन दलहनों का उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार बांग्ला देश में मसूर का उत्पादन वर्ष 2022 के 2.08 लाख टन से 23 हजार टन घटकर 2023 में 1.85 लाख टन के करीब रह गया।
इससे पूर्व वहां 2021 में 2.58 लाख टन एवं 2020 में 2.60 लाख टन मसूर का उत्पादन हुआ था। चना का उत्पादन भी वर्ष 2022 के 490 टन से गिरकर 2023 से 290 टन तथा मूंग का उत्पादन 2.83 लाख टन से गिरकर 2.78 लाख टन पर सिमट गया। इसके फलस्वरूप वहां दलहनों के आयात में बढ़ोत्तरी हो गई।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान बांग्ला देश में मसूर का आयात 4.36 लाख टन से बढ़कर 5.22 लाख टन तथा मूंग का आयात 45 हजार टन से उछलकर 1.07 लाख टन पर पहुंच गया।
दूसरी ओर चना का आयात वर्ष 2022 के 3.76 लाख टन से कुछ घटकर वर्ष 2023 में 3.02 लाख टन रह गया। कृषि विस्तार विभाग के अनुसार बांग्ला देश में कई देशों से बड़े पैमाने पर दलहन का आयात होता है जिसमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा एवं म्यांमार मुख्य रूप से शामिल है।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान वहां लहसुन का उत्पादन 7.701 लाख टन से घटकर 6.483 लाख टन तथा प्याज का उत्पादन 36.41 लाख टन से घटकर 34.57 लाख टन रह गया। बांग्ला देश में प्याज का आयात 6.64 लाख टन से बढ़कर 7.43 लाख टन पर पहुंचा।