iGrain India - न्यूयार्क । लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील में चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान चीनी के उत्पादन में शानदार वृद्धि होने से इसके वैश्विक बाजार मूल्य पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
मार्च अनुबंध के लिए कच्ची चीनी का वायदा भाव न्यूयार्क एक्सचेंज में 0.33 सेंट या 1.43 प्रतिशत तथा सफेद चीनी का वायदा मूल्य लन्दन एक्सचेंज में 7.20 डॉलर या 1.14 प्रतिशत गिर गया। 20 फरवरी को चीनी का भाव घटकर गत एक माह के निचले स्तर पर आ गया।
पिछले सप्ताह ब्राजीलियन चीनी उद्योग की शीर्ष संस्था- यूनिका ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि देश के मध्य दक्षिण क्षेत्र में जनवरी के दूसरे हाफ में चीनी का उत्पादन 68.5 प्रतिशत उछलकर 28 हजार टन तथा 2023-24 के मार्केटिंग सीजन में अप्रैल से जनवरी के दस महीनों में 25.5 प्रतिशत बढ़कर 421.29 लाख टन पर पहुंच गया।
इस बार एथनॉल के मुकाबले अन्ना का उपयोग किया गया था जो चालू सीजन में बढ़कर 49.04 प्रतिशत पर पहुंच गया। अब चीनी के उत्पादन की गति काफी धीमी हो गई है।
भारत में उत्पादन घटने की संभावना से चीनी का वैश्विक बाजार भाव पहले काफी तेज हुआ था। इस्मा के अनुसार 1 अक्टूबर 2023 से 15 फरवरी 2024 तक देश में 224 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ।
संस्था के मुताबिक 2023-24 के सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान भारत में चीनी का कुछ उत्पादन 330.50 लाख टन होने का अनुमान है जो 2022-23 सीजन के सकल उत्पादन 366 लाख टन से 9.7 प्रतिशत कम है।
इसमें एथनॉल निर्माण में इस्तेमाल होने वाली चीनी भी शामिल है। भारत सरकार ने पहले 31 अक्टूबर 2023 तक चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था मगर बाद में इसे अनिश्चित काल के लिए बढ़ा दिया।
सरकार ने शीरा के निर्यात पर भी 50 प्रतिशत का सीमा शुल्क लगा दिया है। निकट भविष्य में भारत से चीनी का व्यापारिक निर्यात शुरू होने की संभावना नहीं है।