iGrain India - मुम्बई । सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिशन ऑफ़ इंडिया (सी) की अरंडी बीज एवं तेल संवर्धन परिषद द्वारा 22 एवं 23 फरवरी को ग्लोबल कैस्टर कांफ्रेंस 2024 का आयोजन गुजरात के अहमदाबाद में किया जा रहा है इस कांफ्रेंस का 22 वां संस्करण होगा।
इसमें भाग लेने के लिए उद्योग- व्यापार क्षेत्र की ओर से उत्सावर्धक रिस्पांस प्राप्त हुआ है और इसमें 400-450 प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है। ज्ञात हो कि गुजरात भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया में अरंडी के उत्पादन में सबसे आगे है।
वहां से अरंडी तेल एवं अरंडी मील का विशाल मात्रा का निर्यात होता है जिससे देश को बहुमूल्य विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है। इस दो दिवसीय कांफेंस में भारत के साथ-साथ विदेशों से भी प्रतिनिधि शामिल होने वाले हैं जबकि अनेक अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विश्लेषक तथा विशेषता इसमें अपने विचारों का आदान- प्रदान करेंगे।
गुजरात के मानवीय मुख्यमंत्री इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने के लिए सहमत हो गए हैं। इसके अलावा गुजरात के श्रम एवं रोजगार मंत्री तथा महाराष्ट्र कृषि मूल्य आयोग के चेयरमैन भी वहां उपस्थित रहेंगे।
भारत दुनिया में अरंडी का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं अरंडी तेल एवं अरंडी मील का सबसे बड़ा निर्यातक देश है। वास्तविकता तो यह है कि अरंडी तेल एवं मील के वैश्विक निर्यात बाजार पर भारत का लगभग एकाधिकार बना हुआ है और दुनिया को कोई दूसरा देश भारत को दूर-दूर तक चुनौती देने की स्थिति में नहीं है।
उल्लेखनीय है कि कैस्टर काउंसिल पहले ही कैस्टर सस्टेनेबिलिटी कोड का प्रारूप तैयार करने का प्रयास आरंभ कर चुका है और 1 अप्रैल 2024 से इस स्कीम को लागू किया जाएगा।
अरंडी तेल के निर्यातकों एवं आयातकों को इससे काफी राहत मिलने की उम्मीद है। ग्लोबल कैस्टर कांफ्रेंस में अपनी रूप रेखा प्रस्तुत की जा सकती है। भारत से दुनिया के अनेक देशों में बड़े पैमाने पर अरंडी तेल एवं अरंडी मील का निर्यात किया जाता है।