iGrain India - होबार्ड । साउथ ऑस्ट्रेलिया प्रान्त में 2023-24 सीजन के दौरान शीत कालीन फसलों का उत्पादन बढ़कर 92.80 लाख टन पर पहुंच जाने की संभावना है जो पहले लगाये गए अनुमान से ज्यादा है।
प्राइमरी इंडस्ट्रीज एंड रीजंस साउथ ऑस्ट्रेलिया (पिरसा) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार यह उत्पादन आंकड़ा नवम्बर 2023 की रिपोर्ट में व्यक्त किए गए अनुमान 91.90 लाख टन से एक लाख टन ज्यादा है। इस उत्पादन का कुल मूल्य 3.60 अरब डॉलर आंका गया है।
नवम्बर 2023 के दौरान मौसम शुष्क एवं गर्म रहने से किसानों को फसलों की कटाई जल्दी शुरू करने में कठिनाई नहीं हुई और अनेक जिलों में कटाई समाप्त भी हो गई।
पिरसा की रिपोर्ट के अनुसार 2023-24 रीजन के दौरान साउथ ऑस्ट्रेलिया प्रान्त में शीत कालीन फसलों का कुल रकबा 40.11 लाख हेक्टेयर तथा कुल उत्पादन 92.89 लाख टन रहा। इससे पूर्व 2022-23 के सीजन में वहां 39.42 लाख हेक्टेयर में शीतकालीन फसलों की खेती हुई थी जबकि कुल पैदावार 127.88 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंच गई थी।
मौसम की अनुकूल स्थिति के सहारे किसानों को दिसम्बर 2023 के आरंभ तक अपनी अधिकांश फसलों की कटाई में सफलता मिल गई और फसल की क्वालिटी भी अच्छी देखी गई।
दिसम्बर में बारिश होने से कटाई में बाधा पड़ी और पिछैती बिजाई वाली फसलों को कुछ क्षति भी हुई, खसका उसकी क्वालिटी प्रभावित हुई। लेकिन फीड ग्रेन की मजबूत मांग एवं ऊंची कीमत के कारण किसानों को ज्यादा आर्थिक नुकसान नहीं हुआ।
साउथ ऑस्ट्रेलिया प्रान्त में फसलों की उपज उपज दर औसत स्तर की या इससे कुछ ऊंची रही। जनवरी 2024 तक अधिकतर क्षेत्र में फसल की कटाई पूरी हो गई लेकिन कहीं-कहीं खेतों में इसके बाद भी फसल खड़ी रही।
पिरसा के अनुसार 2023-24 सीजन के दौरान साउथ ऑस्ट्रेलिया राज्य में 52.87 लाख टन गेहूं, 93 हजार टन मटर, 35 हजार टन चना, 4.09 लाख टन मसूर तथा 5.07 लाख टन कैनोला का उत्पादन होने का अनुमान है।
इसके अलावा वहां ड्यूरम, जौ, जई, राई, ल्यूपिन तथा बीन्स सहित कुछ अन्य फसलों की खेती भी होती है। साउथ ऑस्ट्रेलिया में अब ग्रीष्मकालीन फसलों की बिजाई आरंभ होने वाली है।