iGrain India - मास्को । एक अग्रणी कार्गो विश्लेषक फर्म के अनुसार पिछले सप्ताह 12.5 प्रतिशत प्रोटीन वाले रूसी गेहूं का फ्री ऑन बोर्ड निर्यात ऑफर मूल्य घटकर 218-224 डॉलर प्रति टन पर आ गया जो सितम्बर 2020 के बाद का सबसे निचला स्तर था।
वैश्विक बाजार में चुनौतीपूर्ण स्थिति उत्पन्न होने तथा सरकारी मूल्य विनियमन में ढील दिए जाने के कारण गेहूं का भाव कमजोर पड़ गया। वैश्विक बाजार में भी गेहूं के दाम में नरमी आ गई है।
कमजोर मांग के कारण 11 प्रतिशत प्रोटीन से युक्त फ्रांसीसी गेहूं का निर्यात ऑफर मूल्य मध्य फरवरी में घटकर 224 डॉलर प्रति टन पर आ गया था जो चालू वर्ष के आरंभ में प्रचलित मूल्य 245 डॉलर प्रति टन से 21 डॉलर कम था।
मिस्र की सरकारी एजेंसी- जीएएससी द्वारा जारी नवीनतम टेंडर के तहत रूस के सभी गेहूं का बिड 245 डॉलर प्रति टन दर्ज किया गया जो फ्री ऑन बोर्ड आधार पर 180 दिन के एलसी के लिए था।
इससे संकेत मिलता है कि रूस में गैर आधिकारिक तौर पर गेहूं का न्यूनतम निर्यात मूल्य 235 डॉलर प्रति टन हो सकता है। कीमतों में गिरावट आने से रूस के गेहूं की बिक्री में भारी इजाफा हो रहा है।
18 फरवरी 2024 को गेहूं के लिए बकाया बिक्री अनुबंध जनवरी के मुकाबले 19 लाख टन से बढ़कर 28 लाख टन पर पहुंच गया। वैश्विक बाजार के रूख को देखते हुए निकट भविष्य में रूसी गेहूं के निर्यात ऑफर मूल्य में नरमी का सिलसिला बरकरार रहने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि रूस दुनिया में गेहूं का सबसे प्रमुख निर्यातक एवं तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। मिस्र और तुर्की रूसी गेहूं के दो सबसे बड़े खरीदार हैं जबकि कई अन्य देश भी वहां से इसका भारी मात्रा में आयात करते हैं।
रूस में गेहूं का उत्पादन वर्ष 2022 में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था जबकि 2023 में कुछ घट गया। इसके बावजूद वहां इसका निर्यात योग्य पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है।