iGrain India - नई दिल्ली । खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के अंतर्गत 21 फरवरी को आयोजित साप्ताहिक नीलामी में गेहूं का औसत मूल्य लगभग स्थिर रहा लेकिन कुल ऑफर के मुकाबले इसकी बिक्री पिछले सप्ताह के 96 प्रतिशत से गिरकर 93 प्रतिशत रह गई।
गेहूं के थोक एवं खुदरा बाजार मूल्य में भी गिरावट दर्ज की गई। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 28 जून 2023 से अब तक ओएमएसएस के तहत कुल 88.47 लाख टन सरकारी गेहूं की बिक्री हो चुकी है और अगले सप्ताह इसका आंकड़ा 90 लाख टन की सीमा के पार कर जाने की उम्मीद है।
21 फरवरी को आयोजित नीलामी में सरकार ने 5 लाख टन गेहूं की बिक्री का ऑफर दिया था जिसमें से 4.63 लाख टन की बिक्री हो गई। ज्ञात हो कि 7 फरवरी से सरकार ने साप्ताहिक नीलामी में गेहूं का ऑफर 50 हजार टन बढ़ाकर 5 लाख टन कर दिया था।
चालू सप्ताह की नीलामी में गेहूं का औसत बिक्री मूल्य 2237.15 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जो गत सप्ताह 2236.11 रुपए प्रति क्विंटल रहा था। 13 दिसम्बर 2023 की नीलामी में गेहूं का औसत मूल्य घटकर 2172.94 रुपए प्रति क्विंटल के निचले स्तर पर आ गया था।
सरकार ने नीलामी में गेहूं का रिजर्व मूल्य 2150 रुपए प्रति क्विंटल रखा है जो इसकी कुल आर्थिक लागत 2703 रुपए प्रति क्विंटल से काफी नीचे है।
चालू सप्ताह की नीलामी में गेहूं का औसत बिक्री मूल्य पूर्वी क्षेत्र में 2310 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जो अगले मार्केटिंग सीजन के लिए निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल से ऊंचा रहा।
देश के अन्य संभागों में इसका औसत बिक्री मूल्य 2197 रुपए से लेकर 2251 रुपए प्रति क्विंटल के बीच दर्ज किया गया। लेकिन पूर्वोत्तर क्षेत्र इ यह बढ़कर 2351.14 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया।
कर्नाटक में गेहूं का भाव सबसे ऊंचा 2650 रुपए प्रति क्विंटल रहा। वहां कुछ खास डिपो पर गेहूं का दाम हमेशा ऊंचा रहता है। इसके अलावा गेहूं का उच्चतम भाव पश्चिम बंगाल में 2520 रुपए प्रति क्विंटल, झारखंड में 2425 रुपए, उत्तर प्रदेश में 2430 रुपए, महाराष्ट्र में 2475 रुपए, गुजरात में 2330 रुपए, राजस्थान में 2360 रुपए तथा मध्य प्रदेश में 2255 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया।