iGrain India - नई दिल्ली । एसईए (सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) ने कैस्टर क्रॉप सर्वे 2023-24 के अनुसार भारत में 2022-23 में 18.81 के मुकाबले 2023-24 के दौरान 20.54 लाख टन कैस्टरसीड का उत्पादन होने का अनुमान दिया।
सर्वेक्षण में पाया गया कि फसल का क्षेत्रफल 2023-24 सीज़न के दौरान बढ़कर 10.05 लाख हेक्टेयर पहुंचा, जो पिछले सीज़न में 9.18 लाख हेक्टेयर था, एरिया में 9% की वृद्धि दर्ज की गई।
औसत अरंडी उत्पादकता 2023-24 के लिए 2,044 किलोग्राम/हेक्टेयर होने का अनुमान दिया गया, जो 2022-23 में 2,048 किलोग्राम/हेक्टेयर थी।
सर्वेक्षण के निष्कर्षों के अनुसार गुजरात में कुल उत्पादन 2023-24 में 15.98 लाख टन होने का अनुमान है, जो 2022-23 में 15.69 लाख टन था।
गुजरात मिट्टी में पर्याप्त नमी होने से उत्पादकता बढ़ सकती है। पूरे सीज़न में कुल तापमान पिछले साल के बराबर और सामान्य रहा।
राजस्थान में रकबे में बड़ी वृद्धि देखी गई। जून में चक्रवात 'बिपरजॉय' के कारण हुई अच्छी बारिश से बुआई एक महीने पहले हो गई थी।
सरकार के अनुमान के मुताबिक राजस्थान में अरंडी का कुल रकबा पिछले साल के 1.49 लाख हेक्टेयर की तुलना में 2.09 लाख हेक्टेयर रहा। एरिया में 40% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
राज्य में कुल उत्पादन 2023-24 के दौरान 3.66 लाख टन होने का अनुमान, जबकि 2022-23 में 2.48 लाख टन था। सरकार के अनुमान के अनुसार आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अरंडी का कुल रकबा 0.60 लाख हेक्टेयर देखा गया,
जबकि पिछले साल यह 0.43 लाख हेक्टेयर था। इन दोनों राज्यों में कुल उत्पादन 2023-24 के दौरान 0.83 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि 2022-23 में 0.57 लाख टन था। उत्पादन अधिक बैठने से भविष्य में उपलब्धता बढ़ने से कीमतों पर बन सकता है दवाब।