iGrain India - पुणे । महाराष्ट्र में गन्ना कटर (मशीन) की कमी के कारण फसल की कटाई-तैयारी की गति धीमी चल रही है। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान अब तक महाराष्ट्र में 884.46 लाख टन गन्ना की क्रशिंग से 88.45 लाख टन चीनी का निर्माण हुआ
जबकि 2022-23 सीजन की समान अवधि में 953.06 लाख टन गन्ना की क्रशिंग से 94.40 लाख टन चीनी की उत्पादन हुआ था। पिछले सीजन में गन्ना की क्रशिंग जल्दी समाप्त हो गई थी जबकि चालू सीजन में अप्रैल तक जारी रह सकती है।
महाराष्ट्र के चीनी आयुक्तालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार चालू सीजन के दौरान राज्य में अभी तक केवल आठ चीनी मिलें बंद हुई हैं जबकि पिछले साल 45 इकाइयों में गन्ना की क्रशिंग बंद हो गई थी।
हालांकि महाराष्ट्र में गन्ना की पैदावार इस बार कम होने की संभावना है मगर कटिंग मशीन के अभाव के कारण चीनी उत्पादक का सीजन कुछ लम्बा हो सकता है।
महाराष्ट्र में पानी का अभाव होने तथा चीनी मिलों द्वारा क्रशिंग के लिए गन्ना के उठाव की गति धीमी रखे जाने से किसानों की चिंता बढ़ गई है क्योंकि उन्हें गन्ना से चीनी की औसत रिकवरी दर में गिरावट आने की आशंका है।
इसी रिकवरी दर के आधार पर मिलों द्वारा गन्ना किसानों को उचित एवं लाभकारी मूल्य (एफआरपी) का भुगतान किया जाता है। चालू सीजन के दौरान चीनी की रिकवरी दर कोल्हापुर में 11.36 प्रतिशत एवं पुणे में 10.28 प्रतिशत रही जबकि छत्रपति संभाजी नगर में 8.66 प्रतिशत एवं नागपुर में महज 5.47 प्रतिशत दर्ज की गई जो सबसे कम है।