iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने 2023-24 सीजन के लिए जो दूसरा अग्रिम अनुमान जारी किया है उससे पता चलता है कि 2022-23 सीजन के मुकाबले तुवर (अरहर) तथा मसूर के उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी मगर चना की पैदावार कुछ घट सकती है।
मंत्रालय के मुताबिक समीक्षाधीन सीजन के दौरान तुवर का उत्पादन 33.12 लाख टन से सुधरकर 33.39 लाख टन तथा मसूर का उत्पादन 15.59 लाख टन से बढ़कर 16.36 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान है लेकिन चना का उत्पादन 122.67 लाख टन से घटकर 121.61 लाख टन रह जाने की संभावना है।
ध्यान देने की बात है कि चना और मसूर रबी सीजन में उत्पादित होने वाला दलहन है। अरहर की बिजाई तो खरीफ सीजन में होती है मगर फसल की कटाई दिसम्बर या जनवरी में आरंभ होती है और रबी फसलों की नई आवक शुरू होने तक जारी रहती है।
कृषि मंत्रालय ने अपने प्रथम अग्रिम अनुमान में 34.21 लाख टन तुवर के उत्पादन की संभावना व्यक्त की थी मगर प्रतिकूल मौसम से फसल को हुए नुकसान को देखते हुए अब उत्पादन अनुमान में कटौती कर दी है। इस कटौती के बावजूद तुवर का सरकारी उत्पादन अनुमान उद्योग-व्यापार क्षेत्र के अनुमान से 3-4 लाख टन ऊंचा प्रतीत होता है।
चना के बिजाई क्षेत्र में इस बार कमी आई है और कहीं-कहीं फसल को नुकसान होने की सूचना भी मिल रही है। सरकार ने इसका उत्पादन महज एक लाख टन घटने की संभावना व्यक्त की है जबकि वास्तविक गिरावट इससे ज्यादा होगी।
जहां तक मसूर का सवाल है तो इसके क्षेत्रफल में इजाफा हुआ मगर कुछ इलाकों में उपज दर घटने की संभावना है। ऐसा प्रतीत होता है कि इसका उत्पादन पिछले साल के आसपास ही रह सकता है या इसमें मामूली बढ़ोत्तरी हो सकती है।