iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्र सरकार द्वारा 1 मार्च से खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं की बिक्री बंद करने का संकेत दिए जाने से थोक मंडियों में 24 फरवरी - 1 मार्च वाले सप्ताह के दौरान इस महत्वपूर्ण खाद्यान्न के दाम में अच्छी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। दिल्ली में यूपी / राजस्थान के गेहूं का भाव 115 रुपए बढ़कर 2550/2625 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश की मंडियों में भी गेहूं के दाम में 250 रुपए तक का उछाल दर्ज किया गया। बेंचमार्क इंदौर मंडी में गेहूं 111 रुपए तेज होकर 2100/3161 रुपए प्रति क्विंटल, खंडवा में 100 रुपए बढ़कर 2200/2500 रुपए प्रति क्विंटल तथा हरदा में 250 रुपए तक का उछलकर 2275/2650 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। राज्य की अन्य मंडियों में भी गेहूं के दाम में 10 से 50 रुपए तक की मजबूती दर्ज की गई।
राजस्थान
राजस्थान के कोटा में गेहूं का थोक मंडी भाव 300 रुपए उछलकर 2300/2950 रुपए प्रति क्विंटल हो गया जबकि बूंदी में भी 50 रुपए की बढ़त रही मगर बारां में दाम 95 रुपए घट गया।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में गेहूं का मूल्य 140 रुपए बढ़कर 2450 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। वहां शाजहांपुर, हरदोई, सीतापुर एवं गोंडा मंडी में भी गेहूं के दाम में 20-50 रुपए प्रति क्विंटल का सुधार दर्ज किया गया मगर गोरखपुर एवं मैनपुरी में थोड़ी नरमी रही। महाराष्ट्र की जालना मंडी में गेहूं का दाम 100 रुपए गिरकर 2200/2900 रुपए प्रति क्विंटल रह गया।
उत्पादन
उत्तर प्रदेश में 1 मार्च तथा राजस्थान में 10 मार्च से गेहूं खरीदने का निर्णय लिया गया है। सरकार ने गेहूं का उत्पादन 1120 लाख टन से कुछ अधिक होने का अनुमान लगाया है जो नियत लक्ष्य 1140 लाख टन से कम लेकिन पिछले सीजन सीजन के उत्पादन से ज्यादा है। गेहूं की कुल सरकारी खरीद का लक्ष्य भी पिछले दो साल की तुलना में छोटा रखा गया है। जिसका घरेलू बाजार पर मनोवैज्ञानिक असर पड़ सकता है। मार्च का मौसम गेहूं की फसल के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। उद्योग - व्यापार क्षेत्र इस पर गहरी नजर रख रहा है।