iGrain India - नई दिल्ली । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों से पता चलता है कि देश के कम से कम 540 जिलों में वर्षा की कमी से पानी के अभाव का संकट बना हुआ है जिससे महाराष्ट्र के पालघर, सोलापुर, सांगली पुणे एवं मुम्बई जिले भी शामिल हैं। ध्यान देने वाली बात है कि अभी गर्मी का मौसम ठीक से शुरू भी नहीं हुआ है और अनेक जिलों में पानी का अभाव बढ़ने लगा है।
मौसम विभाग के अनुसार जिन 540 जिलों में पानी का अभाव महसूस होने लगा है उसमें से 98 जिलों में भयंकर या अत्यन्त भयंकर सूखे का माहौल बना हुआ है। यह 28 फरवरी तक का आंकड़ा है।
हालांकि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से 2-3 मार्च के हरियाणा-यूपी के कुछ जिलों में वर्षा हुई मगर देश के अन्य भागों में बारिश नहीं या नगण्य हुई है। फरवरी का महीना कुछ गर्म रहने से वाष्पीकरण की गति तेज देखी गई और खेतों में नमी का अभाव बढ़ गया।
दक्षिणी प्रायद्वीप, मध्यवर्ती भारत एवं पश्चिमी राज्यों में वर्षा का अभाव देखा जा रहा है। इससे रबी कालीन फसलों की प्रगति में बाधा पड़ रही है और ग्रीष्मकालीन (जायद) फसलों की बिजाई प्रभावित होने की आशंका है।
महाराष्ट्र के अलावा गुजरात, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु एवं आंध्र प्रदेश के अनेक जिले भी पानी की कमी से जूझ रहे हैं जिसमें राजकोट, जूनागढ़, द्वारका, मैसूर, एर्नाकुलम, त्रिशुर, बेलगाम, रामगढ़, रत्नागिरी, गिरवेन्द्रम, मदुरै एवं वेल्लोर आदि शामिल है।
मौसम विभाग के अनुसार इन 98 जिलों के अलावा अन्य 442 जिलों में भी सूखे का संकट गहराने लगा है। इस बार सूखे का मौसम जल्दी शुरू होना चिंता का विषय है।