iGrain India - नई दिल्ली। भारत ब्रांड नाम के तहत गेहूं का आटा, चावल तथा चना दाल की खुदरा बिक्री आरंभ करने के बाद केन्द्र सरकार ने अब मसूर दाल को भी इस सूची में शामिल करने का निश्चय किया है।
आगामी आम चुनाव तथा बढ़ती खाद्य महंगाई को देखते हुए सरकार, खाद्य उत्पादों की आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाने का हर संभव प्रयास कर रही है।
केन्द्रीय एजेंसियों- नैफेड, एनसीसीएफ तथा केन्द्रीय भंडार के माध्यम से 60 रुपए प्रति किलो के रियायती मूल्य पर चना दाल की खुदरा बिक्री की जा रही है जबकि आटा का दाम 27.50 रुपए प्रति किलो एवं चावल का मूल्य 29 रुपए प्रति किलो नियत हुआ है।
ब्रांडेड मसूर दाल का खुदरा बाजार भाव 125 रुपए प्रति किलो के करीब चल रहा है जबकि लूज रूप में अखिल भारतीय स्तर पर इसका खुदरा मूल्य 93.50 रुपए प्रति किलो है।
भारत ब्रांड मसूर दाल का दाम 89 रुपए प्रति किलो निर्यात किए जाने की संभावना है। शीघ्र ही केन्द्रीय एजेंसियों के खुदरा आउटलेट्स पर इसकी बिक्री शुरू होने की आशा है।
वरिष्ठ आधिकारिक सूत्रों के अनुसार आरंभिक चरण के दौरान नैफेड तथा एनसीसीएफ द्वारा 25 हजार टन मसूर दाल की प्रोसेसिंग एवं पैकिंग की जाएगी और फिर उसे देश भर में फैले केन्द्रीय भंडार के माध्यम से आम लोगों को उपलब्ध करवाया जाएगा। इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है और चना दाल की भांति मसूर दाल भी 1 किलो के पैक में उपभोक्ताओं को प्राप्त होगी।
भारत ब्रांड चना दाल की बिक्री 17 जुलाई 2023 से आरंभ हुई थी और इसके एक किलो के पैक की दाम 60 रुपए निर्धारित किया गया था। सरकार के पास साबुत चना का विशाल स्टॉक मौजूद है इसलिए चना दाल की भरपूर उपलब्धता सुनिश्चित करने में कोई कठिनाई नहीं हो रही है।
आम उपभोक्ता भी इसे काफी पसंद कर रहे हैं। अब मसूर दाल की बिक्री में भी सरकार को अच्छी सफलता मिलने की उम्मीद है। चना दाल अभी सरकारी एजेंसियों के अलावा रियालंस स्टोर सहित कुछ अन्य जगहों पर भी उपलब्ध है। यही नीति मसूर दाल की बिक्री में भी अपनाई जा सकती है। चना की भांति सरकार के पास मसूर का भी अच्छा खासा स्टॉक मौजूद है।