iGrain India - नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, गुजरात एवं महाराष्ट्र जैसे राज्यों की कुछ मंडियों में गेहूं की अगैती नई फसल की कटाई तैयारी के साथ आवक शुरू हो गयी है जबकि इसका भाव सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 2275 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास चल रहा है। मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी मंडियों में से एक - सिहोर में चालू सप्ताह के आरम्भ में करीब 12 हजार क्विंटल गेहूं पहुंचा और इसका दाम 2250 से 2400 रुपए प्रति क्विंटल के बीच दर्ज किया गया। व्यापार विश्लेषकों के अनुसार मध्य मार्च से गेहूं की आपूर्ति की रफ़्तार बढ़ने लगेगी और कारोबार भी जोर पकड़ने लगेगा।
केंद्र सरकार द्वारा गुजरात एवं महाराष्ट्र में गेहूं की खरीद प्रक्रिया अगले सप्ताह से आरम्भ किये जाने की सम्भावना है जबकि मध्य प्रदेश में 22 मार्च से प्रांतीय एजेंसियां किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद शुरू करेंगी।
देश के सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य-उत्तर प्रदेश में 1 मार्च से, राजस्थान में 10 मार्च से तथा बिहार में 15 मार्च से गेहूं की सरकारी खरीद आरम्भ करने की घोषणा हुई थी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अगले सप्ताह तक सरकारी एजेंसियों द्वारा गेहूं खरीद के बारे में रिपोर्ट दी जा सकती है। पंजाब-हरियाणा में केंद्रीय पूल के लिए गेहूं की खरीद 1 अप्रैल से औपचारिक तौर पर आरम्भ होगी। इस बार गेहूं की खरीद पर सबका ध्यान केन्द्रित है। क्योंकि चालू माह के आरम्भ में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के पास इसका स्टॉक घटकर महज 100 लाख टन के करीब रह गया जो वर्ष 2016 के बाद का सबसे निचला स्तर है। ओएमएसएस के तहत 94 लाख टन की रिकॉर्ड बिक्री होने के कारण केंद्रीय पूल में गेहूं का स्टॉक घट गया है। सरकार ने फ़िलहाल 300-320 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा है।