iGrain India - रोजारियो । लैटिन अमरीकी देश- अर्जेन्टीना में चालू सीजन के दौरान 500 से 525 लाख टन के बीच सोयाबीन का उत्पादन होने का अनुमान लगाया जा रहा है और नई फसल की छिटपुट कटाई-तैयारी भी आरंभ हो चुकी है लेकिन घरेलू बाजार भाव नीचे होने से किसान अपने स्टॉक की बिक्री धीमी गति से कर रहे हैं। वे कीमतों में तेजी आने का इंतजार कर रहे हैं।
उन्हें लगता है कि सरकार एक बार फिर सोयाबीन की बिक्री की रफ्तार तेज करवाने के लिए सोया डॉलर प्रोग्राम शुरू कर सकती है। पिछले दो साल में चार बार यह प्रोग्राम चलाया गया और इसका परिणाम भी सुखद रहा।
अर्जेन्टीना सरकार को डॉलर की सख्त आवश्यकता है क्योंकि इसके सहारे ही वह विदेशी कर्ज उतारने एवं अर्थ व्यवस्था को स्थिर रखने में सफल हो सकती है।
हालांकि अर्जेन्टीना सरकार ने फिलहाल सोया डॉलर योजना शुरू करने से इंकार किया है लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि इस प्रोग्राम को लागू करना आवश्यक है।
दुनिया के तीसरे सबसे प्रमुख सोयाबीन उत्पादक एवं निर्यातक देश- अर्जेन्टीना को सोयाबीन तेल एवं सोयामील के निर्यात से भारी मात्रा में बहुमूल्य विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है।
वस्तुत: अर्जेन्टीना संसार में सोयातेल एवं सोयामील का सबसे बड़ा निर्यातक देश है। यदि किसानों द्वारा सोयाबीन की बिकवाली की गति धीमी रखी गई तो क्रशिंग-प्रोसेसिंग उद्योग को पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल नहीं मिलेगा और सोयातेल तथा सोयामील का उत्पादन एवं निर्यात प्रभावित होगा।
इससे सरकारी राजस्व में गिरावट आएगी। अर्जेन्टीना में इन उत्पादों के निर्यात पर लगे टैक्स की वसूली से सरकार को भारी राजस्व प्राप्त होता है। भारत में सोयातेल का सर्वाधिक आयात अर्जेन्टीना से ही होता है। अगले सप्ताह से अर्जेन्टीना में सोयाबीन फसल की कटाई-तैयारी की गति काफी तेज होने वाली है।