iGrain India - मिलर्स एवं निर्यातकों की लिवाली के अनुरूप धान-चावल का भाव कहीं तेज-कहीं नरम
नई दिल्ली। राइस मिलर्स तथा व्यापारियों / निर्यातकों की लिवाली के अनुरूप 27 जून से 3 जुलाई वाले सप्ताह के दौरान धान-चावल का भाव कुछ मंडियों में तेज तथा कुछ अन्य मंडियों में नरम देखा गया। प्रमुख आयातक देशों में बासमती चावल का अच्छा खासा स्टॉक मौजूद होने से अब इसकी मांग कमजोर पड़ गई है। कुछ किस्मों के बासमती चावल का वैश्विक बाजार भाव घटकर 800-850 डॉलर प्रति टन के निचले स्तर पर आ गया है जो सरकार द्वारा नियत न्यूनतम निर्यात मूल्य 950 डॉलर प्रति टन से काफी कम है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान देश से बासमती चावल का निर्यात उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था और चालू वित्त वर्ष के शुरूआती दो महीनों के दौरान भी इसका निर्यात प्रदर्शन बेहतर रहा मगर आगे का रास्ता कठिन प्रतीत होता है।
बासमती धान के प्रमुख उत्पादक राज्यों- पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड में रोपाई की प्रक्रिया लगभग आरंभ हो चुकी है और इस बार क्षेत्रफल बढ़ने के आसार हैं क्योंकि किसाओं को इस बार बासमती धान का ऊंचा मूल्य प्राप्त हुआ है जिससे वे उत्साहित हैं।
दिल्ली
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान दिल्ली की नरेला मंडी में 1121 तथा 1509 हैण्ड धान का भाव 79 रुपए एवं 300 रुपए बढ़कर क्रमश: 4350 रुपए प्रति क्विंटल एवं 3250/3300 रुपए प्रति क्विंटल हो गया मगर 1718 का दाम 102 रुपए गिरकर 3850 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ की भाटापाड़ा मंडी में श्रीराम नया धान का भाव 300 रुपए लुढ़ककर 3200 रुपए प्रति क्विंटल रह गया जबकि यूपी के जहांगीराबाद में 1509 नम्बर का दाम 100 रुपए सुधर गया। राजस्थान के बूंदी में सुगंधा का दाम 150 रुपए एवं 1847 का भाव 100 रुपए नीचे आया। शाहजहांपुर (यूपी) में भी धान का भाव काफी घट गया। अलीगढ़ में 1509 धान की कीमत 500 रुपए की जोरदार गिरावट के साथ 2500 रुपए प्रति क्विंटल रह गया।
चावल
जहां तक चावल का सवाल है तो इसके दाम में भी मिश्रित रुख देखा गया। भाटापाड़ा में स्वर्ण चावल 100 रुपए नीचे आया जबकि अमृतसर में 1121 सेला का दाम 150 रुपए की गिरावट के साथ 8400/8450 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। वहां अन्य किस्मों के चावल की कीमतों में भी 50-100 रुपए की नारी रही। छत्तीसगढ़ की राजिम मंडी में अधिकंश श्रेणियों एवं किस्मों के चावल के दाम में 150-200 रुपए का इजाफा हुआ। दिल्ली में नया बाजार में चावल का भाव पिछले स्तर पर ही स्थिर रहा जबकि उत्तराखंड की नगर मंडी में भी कोई विशेष बदलाव नहीं देखा गया। सामान्य श्रेणी के धान की रोपाई अधिकांश राज्यों में पहले ही आरंभ हो चुकी है।