iGrain India - परानागुआ । लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील से चालू वर्ष की पहली छमाही में यानी जनवरी- जून 2024 के दौरान चीनी का कुल निर्यात उछलकर 151.50 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के शिपमेंट से करीब 50 प्रतिशत अधिक है।
इसमें कच्ची चीनी एवं सफेद चीनी सहित अन्य तरह की चीनी भी शामिल है। इंडोनेशिया इसके प्रमुख खरीदारों में शामिल था। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अनेक बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा ब्राजील से दुनिया के विभिन्न देशों को चीनी का निर्यात किया गया।
समीक्षाधीन छमाही के दौरान ब्राजील से चीनी का जितना निर्यात हुआ उसके 16 प्रतिशत भाग का शिपमेंट सिंगापुर की कम्पनी बिल्मर इंटरनेशनल द्वारा किया गया जो सबसे ज्यादा रहा। इसके बाद एलवियन कम्पनी द्वारा 15 प्रतिशत तथा सकडेन द्वारा 14 प्रतिशत चीनी का निर्यात शिपमेंट किया गया।
पहली छमाही में ब्राजील से कच्ची चीनी (रॉ शुगर) के कुल निर्यात का 12 प्रतिशत भाग इंडोनेशिया को, 9 प्रतिशत हिस्सा भारत को तथा 8 प्रतिशत भाग संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को भेजा गया।
हालांकि ब्राजील के बाद भारत संसार में चीनी का दूसरा सबसे प्रमुख उत्पादक देश है और यहां आमतौर पर चीनी का आयात नहीं होता है लेकिन देश के तटीय क्षेत्रों में अवस्थित कुछ रिफाइनरीज द्वारा अक्सर ब्राजील से कच्ची चीनी का आयात करके उसक प्रसंस्करण किया जाता है और फिर उससे निर्मित रिफाइंड चीनी का विदेशों में निर्यात कर दिया जाता है।
भारत सरकार इसकी अनुमति पहले ही दे चुकी है। जहां तक चीन का सवाल है तो वह आमतौर पर ब्राजीलियन चीनी का सबसे प्रमुख आयातक माना जाता है लेकिन इस बार वह आयात के मामले में खिसककर 11 वें नंबर पर आ गया। जनवरी-जून 2024 की पहली छमाही में चीनी ने ब्राजील से केवल 5.88 लाख टन चीनी का आयात किया।
वर्ष 2023 की तुलना में 2024 के दौरान ब्राजील में चीनी का उत्पादन कम होने की संभावना है लेकिन विशाल पिछला बकाया स्टॉक मौजूद रहने से उसे इसका निर्यात बढ़ाने में कोई कठिनाई नहीं हो रही है। इस बार वहां चीनी का उत्पादन जोर शोर से आरंभ हुआ है।