iGrain India - मुम्बई । हालांकि सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) का आंकड़ा मध्य अगस्त के आसपास सामने आने की संभावना है मगर उससे पूर्व उद्योग व्यापार क्षेत्र के समीक्षकों विश्लेषकों ने जो अनुमान व्यक्त किया है उससे पता चलता है कि जुलाई 2024 के दौरान खाद्य तेलों का कुल आयात उछलकर 19.20 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच जाएगा जो जून के आयात से करीब 26 प्रतिशत अधिक है।
उद्योग विश्लेषको के मुताबिक जून की तुलना में जुलाई माह के दौरान पाम तेल का आयात 45 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोत्तरी के साथ 11.40 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान है जो पिछले 20 महीनों का उच्चतम स्तर है।
इसी तरह सोयाबीन तेल का आयात भी 45 प्रतिशत बढ़कर 4 लाख टन पर पहुंचने की संभावना है जो पिछले 13 महीनों का सबसे ऊंचा स्तर होगा।
लेकिन इस अवधि में सूरजमुखी तेल का आयात 18 प्रतिशत घटकर 3.80 लाख टन पर सिमट जाने का अनुमान है। दरअसल जून 2024 में इसका रिकॉर्ड आयात किया गया था।
उल्लेखनीय है कि नवम्बर 2023 से जून 2024 के दौरान भारत में करीब 12 लाख टन खाद्य तेल का औसत मासिक आयात हुआ मगर जुलाई में दो-तीन कारणों से आयात में जोरदार बढ़ोत्तरी के संकेत मिल रहे हैं।
मई जून में जब पाम तेल का भाव नीचे आया था तब भारतीय आयातकों ने जुलाई शिपमेंट के लिए इसकी विशाल मात्रा का आयात अनुबंध कर लिया था।
आयातकों को आम बजट में खाद्य तेलों पर आयात शुल्क बढ़ने का डर भी सता रहा था। इसके अलावा जून माह के लिए नियत खाद्य तेलों की कुछ खेप जुलाई में ही भारतीय बंदरगाहों पर पहुंच सकी।