iGrain India - स्टॉकिस्टों की सीमित मांग से चीनी के दाम में उतार-चढ़ाव
नई दिल्ली । यद्यपि अगले महीने से त्यौहारी सीजन आरंभ हो रहा है मगर डीलर्स- स्टॉकिस्टों द्वारा 20-26 जुलाई वाले सप्ताह के दौरान चीनी की खरीद में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई गई। उधर महाराष्ट्र एवं गुजरात में मिलों के पास जुलाई माह के फ्री सेल (NS:SAIL) कोटे की चीनी का अच्छा खासा स्टॉक रहने से बिकवाली का दबाव बढ़ गया। कई इलाकों में भारी वर्षा एवं बाढ़ के कारण चीनी की खपत प्रभावित हो रही है। हाजिर बाजार में कुछ मजबूती देखी गई। शीघ्र ही अगस्त माह के लिए चीनी को फ्री सेल कोटा घोषित होने वाला है।
मिल डिलीवरी भाव
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान चीनी का मिल डिलीवरी भाव पूर्वी उत्तर प्रदेश में 40 रुपए तथा बिहार में 80 रुपए प्रति क्विंटल नीचे लुढ़क गया जबकि मध्य प्रदेश में पिछले स्तर पर ही स्थिर रहा। लेकिन यह भाव पंजाब में 10 रुपए तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 25 रुपए प्रति क्विंटल तेज हो गया है। गुजरात में विभिन्न ग्रेड की चीनी के दाम में 30-40 रुपए की गिरावट दर्ज की गई।
हाजिर भाव
चीनी का हाजिर बाजार मूल्य दिल्ली में 30 रुपए बढ़कर 4190/4210 रुपए प्रति क्विंटल तथा इंदौर में 20 रुपए सुधरकर 3900/4000 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा। उधर मुम्बई (वाशी) मार्केट में भी चीनी का दाम 3680/3880 रुपए प्रति क्विंटल के पुराने स्तर पर कायम रहा और नाका पोर्ट डिलीवरी मूल्य में भी 3630/3850 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर में कोई बदलाव नहीं हुआ। लेकिन महाराष्ट्र में चीनी के टेंडर मूल्य में 100-110 रुपए प्रति क्विंटल की भारी गिरावट आई जबकि कर्नाटक में टेंडर मूल्य 25 से 40 रुपए तक तेज रहा।
उत्पादन
चीनी का नया उत्पादन सीजन आरंभ होने में दो माह की देर है मगर उद्योग के पास इसका विशाल स्टॉक मौजूद है। त्यौहारी महीनों में कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए सरकार चीनी का फ्री सेल कोटा बढ़ा सकती है। चीनी के निर्यात पर कम से कम अक्टूबर 2024 तक प्रतिबंध लागू रहने की संभावना है। गन्ना के क्षेत्रफल में कुछ बढोत्तरी हुई है।