iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री का कहना है कि केन्द्र सरकार देश में दलहनों एवं तिलहनों का उत्पादन बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
पिछले एक दशक में यानी वर्ष 2014-15 से 2023-24 के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर दलहनों के उत्पादन में 43 प्रतिशत तथा तिलहनों की पैदावार में 44 प्रतिशत की भारी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
इन दोनों संवर्ग की फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन लागू किया गया है। इसके तहत दलहन उत्पादन संवर्धन के वास्ते राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों के माध्यम से किसानों को आवश्यक प्रोत्साहन उपलब्ध करवाया जा रहा है।
दलहनों की प्रति इकाई औसत उपज दर बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है और साथ ही साथ फसल विविधिकरण कार्यक्रम के तहत इसके बिजाई क्षेत्र में वृद्धि की कोशिश की जा रही है। किसानों के उन्नत बीज मुहैया करवाया जा रहा है।
तिलहन फसलों की पैदावार बढ़ाने का भी समुचित प्रयास हो रहा है जिससे हाल के वर्षों में इसकी पैदावार में अच्छी बढ़ोत्तरी हुई है। लेकिन एक सच्चाई यह भी है
कि तमाम सरकारी प्रयासों एवं किसानों के कठिन परिश्रम से दलहनों-तिलहनों का घरेलू उत्पादन बढ़ने के बावजूद देश में विशाल मात्रा में खाद्य तेलों और दलहनों का आयात जारी है
और स्वयं सरकार द्वारा भी इसे पीली मटर के आयात को पूरी तरह शुल्क मुक्त कर दिया गया है और खाद्य तेलों पर भी आयात शुल्क को घटाकर न्यूनतम स्तर पर लाया गया है।
चालू खरीफ सीजन में दलहन-तिलहन फसलों के बिजाई क्षेत्र में अच्छी वृद्धि होने के संकेत मिल रहे हैं जिससे इसका उत्पादन बढ़ने के आसार हैं। लेकिन इसके लिए अगले कुछ सप्ताहों तक मौसम एवं वर्षा का अनुकूल रहना आवश्यक है।