iGrain India - तंजावूर (भारती एग्री एप्प)। तमिलनाडु में ग्रैंड अनाईकट (कल्लनाई) बांध का संचालन आरंभ होने के बाद कावेरी, वेनारू, ग्रैंड अनाईकट कोल्लीडम नदियों में पानी का प्रवाह शुरू हो गया है।
पानी की निकासी होने से वहां कुरुवई धान की फसल की सिंचाई में सहूलियत होने की उम्मीद है। ज्ञात हो कि किसान भूमिजल का उपयोग करके कुरुवई धान की रोपाई पहले ही कर चुके हैं। डेल्टा संभाग के 11 जिलों में फैले 925 सिस्टम टैंकों को भरने के लिए भी इस पानी का इस्तेमाल किया गया।
प्रत्येक वर्ष इस बांध के खोले जाने के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित करने की परिपाटी है। इस बार भी ओपनिंग सेरेमनी के अवसर पर तमिलनाडु के अनेक मंत्री, विधायक, डेल्टाई जिलों को जिलाधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
स्लू इस गेट को खोलकर कावेरी नदी में पानी छोड़ा गया। इसके बाद बेन्नारु नदी, ग्रैंड अनाईकट कैनाल तथा कोल्लीडम नदी के स्लूइस गेट को भी ऑपरेट किया गया।
आरंभिक चरण के दौरान कावेरी नदी में 1500 क्यूसेक, बेन्नारु में 1000 क्यूसेक, ग्रैंड अनाईकट में 500 क्यूसेक तथा कोल्लीडम नदी में 400 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
तमिलनाडु के एक मंत्री ने कहा कि इस पानी को सबसे अंतिम स्थान तक पहुंचने में करीब एक सप्ताह का समय लग जाएगा।
इससे लगभग 7.95 लाख एकड़ में साम्बा धान की खेती संभव हो जाएगी और साथ ही साथ जिन इलाकों में कुरुवई धान की रोपाई हो चुकी है वहां भी फसल की सिंचाई में इसका इस्तेमाल हो सकेगा।
उल्लेखनीय है कि कावेरी जल की निकासी मेट्टूर से आमतौर पर 12 जून को शुरू होती है लेकिन इस बार मेट्टूर डैम में कम पानी मौजूद होने के कारण 28 जुलाई को पानी रिलीज किया गया।
दरअसल केरल तथा कर्नाटक में कावेरी नदी के कैचमेंट एरिया में जोरदार बारिश होने से मेट्टूर डैम में पानी जरूरत से काफी ज्यादा बढ़ गया इसलिए उसे आगे भेजना आवश्यक हो गया था।