iGrain India - अहमदाबाद । देश के पश्चिमी प्रान्त- गुजरात में पिछले साल के मुकाबले चालू वर्ष के दौरान अनेक खरीफ फसलों के बिजाई क्षेत्र में गिरावट आई है जिससे कुल उत्पादन क्षेत्र भी 74.64 लाख हेक्टेयर से करीब 5 लाख हेक्टेयर घटकर 69.66 लाख हेक्टेयर रह गया। यह आंकड़ा 29 जुलाई तक का है।
गत वर्ष की तुलना में चालू खरीफ सीजन के दौरान राज्य में धान सहित अनाजी फसलों का उत्पादन क्षेत्र 11.85 लाख हेक्टेयर से घटकर 10.76 लाख हेक्टेयर, दलहनों का रकबा 3.18 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 3.09 लाख हेक्टेयर,
कपास का बिजाई क्षेत्र 26.65 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 23.15 लाख हेक्टेयर तथा ग्वार का क्षेत्रफल 86 हजार हेक्टेयर से घटकर 42 हजार हेक्टेयर रह गया। दूसरी ओर तिलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 21.81 लाख हेक्टेयर से बढ़कर इस वर्ष 22.90 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जिसका प्रमुख कारण मूंगफली के रकबे में भारी इजाफा होना है।
गुजरात कृषि विभाग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 की तुलना में 2024 के खरीफ सीजन के दौरान राज्य में धान का उत्पादन क्षेत्र 7.10 लाख हेक्टेयर से गिरकर 6.32 लाख हेक्टेयर,
बाजरा का बिजाई क्षेत्र 1.81 लाख हेक्टेयर से घटकर 1.42 लाख हेक्टेयर तथा मक्का का क्षेत्रफल 2.82 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 2.80 लाख हेक्टेयर रह गया जबकि ज्वार का रकबा 13 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 15 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गया।
दलहन फसलों में अरहर (तुवर) का उत्पादन क्षेत्र तो गत वर्ष के 1.78 लाख हेक्टेयर से सुधरकर इस बार 1.97 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा लेकिन मूगं का बिजाई क्षेत्र 59 हजार हेक्टेयर से घटकर 37 हजार हेक्टेयर, मोठ का रकबा 12 हजार हेक्टेयर से गिरकर 8 हजार हेक्टेयर तथा उड़द का क्षेत्रफल 69 हजार हेक्टेयर से फिसलकर 65 हजार हेक्टेयर पर अटक गया।
तिलहन फसलों के संवर्ग में मूंगफली का उत्पादन क्षेत्र 16.22 लाख हेक्टेयर से उछलकर 18.83 लाख हेक्टेयर तथा सोयाबीन का बिजाई क्षेत्र 2.63 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.93 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा लेकिन तिल का क्षेत्रफल 53 हजार हेक्टेयर से गिरकर 36 हजार हेक्टेयर ततः अरंडी का रकबा 2.43 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 78 हजार हेक्टेयर पर सिमट गया है।
गुजरात में कपास का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 26.65 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर इस बार 23.15 लाख हेक्टेयर तथा ग्वार का बिजाई क्षेत्र 86 हजार हेक्टेयर से गिरकर 42 हजार हेक्टेयर रह गया।
ध्यान देने वाली बात है कि गुजरात देश में मूंगफली, अरंडी तथा कपास का परम्परागत रूप से सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य रहा है।