🏃 इस ब्लैक फ्राइडे ऑफर का लाभ जल्दी उठाएँ। InvestingPro पर अभी 55% तक की छूट पाएँ!सेल को क्लेम करें

गुजरात में अनेक खरीफ फसलों के बिजाई क्षेत्र में गिरावट

प्रकाशित 01/08/2024, 11:58 pm
गुजरात में अनेक खरीफ फसलों के बिजाई क्षेत्र में गिरावट
GAU/TRY
-

iGrain India - अहमदाबाद । देश के पश्चिमी प्रान्त- गुजरात में पिछले साल के मुकाबले चालू वर्ष के दौरान अनेक खरीफ फसलों के बिजाई क्षेत्र में गिरावट आई है जिससे कुल उत्पादन क्षेत्र भी 74.64 लाख हेक्टेयर से करीब 5 लाख हेक्टेयर घटकर 69.66 लाख हेक्टेयर रह गया। यह आंकड़ा 29 जुलाई तक का है।

गत वर्ष की तुलना में चालू खरीफ सीजन के दौरान राज्य में धान सहित अनाजी फसलों का उत्पादन क्षेत्र 11.85 लाख हेक्टेयर से घटकर 10.76 लाख हेक्टेयर, दलहनों का रकबा 3.18 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 3.09 लाख हेक्टेयर,

कपास का बिजाई क्षेत्र 26.65 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 23.15 लाख हेक्टेयर तथा ग्वार का क्षेत्रफल 86 हजार हेक्टेयर से घटकर 42 हजार हेक्टेयर रह गया। दूसरी ओर तिलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 21.81 लाख हेक्टेयर से बढ़कर इस वर्ष 22.90 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जिसका प्रमुख कारण मूंगफली के रकबे में भारी इजाफा होना है। 

गुजरात कृषि विभाग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 की तुलना में 2024 के खरीफ सीजन के दौरान राज्य में धान का उत्पादन क्षेत्र 7.10 लाख हेक्टेयर से गिरकर 6.32 लाख हेक्टेयर,

बाजरा का बिजाई क्षेत्र 1.81 लाख हेक्टेयर से घटकर 1.42 लाख हेक्टेयर तथा मक्का का क्षेत्रफल 2.82 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 2.80 लाख हेक्टेयर रह गया जबकि ज्वार का रकबा 13 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 15 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गया। 

दलहन फसलों में अरहर (तुवर) का उत्पादन क्षेत्र तो गत वर्ष के 1.78 लाख हेक्टेयर से सुधरकर इस बार 1.97 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा  लेकिन मूगं का बिजाई क्षेत्र 59 हजार हेक्टेयर से घटकर 37 हजार हेक्टेयर, मोठ का रकबा 12 हजार हेक्टेयर से गिरकर 8 हजार हेक्टेयर तथा उड़द का क्षेत्रफल 69 हजार हेक्टेयर से फिसलकर 65 हजार हेक्टेयर पर अटक गया।  

तिलहन फसलों के संवर्ग में मूंगफली का उत्पादन क्षेत्र 16.22 लाख हेक्टेयर से उछलकर 18.83 लाख हेक्टेयर तथा सोयाबीन का बिजाई क्षेत्र 2.63 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.93 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा लेकिन तिल का क्षेत्रफल 53 हजार हेक्टेयर से गिरकर 36 हजार हेक्टेयर ततः अरंडी का रकबा 2.43 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 78 हजार हेक्टेयर पर सिमट गया है। 

गुजरात में कपास का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 26.65 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर इस बार 23.15 लाख हेक्टेयर तथा ग्वार का बिजाई क्षेत्र 86 हजार हेक्टेयर से गिरकर 42 हजार हेक्टेयर रह गया।

ध्यान देने वाली बात है कि गुजरात देश में मूंगफली, अरंडी तथा कपास का परम्परागत रूप से सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य रहा है।  

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित