iGrain India - कटक । उड़ीसा के जेपोर जिले में पिछले दो दिनों के दौरान हुई अत्यन्त मूसलाधार वर्ष के कारण खेतों में पानी भरने से मूंगफली सहित कुछ अन्य खरीफ फसलें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
जेपोर जिले में नंदापुर प्रखंड में जालापुर जलाशय के तटवर्ती क्षेत्रों में करिब 500 एकड़ भूमि में मूंगफली की फसल जलमग्न हो गई।
प्रत्येक वर्ष की भांति वर्तमान खरीफ सीजन में भी वहां किसानों ने बड़े उत्साह से मूंगफली की खेती की थी। लेकिन जिस फसल को नुकसान हुआ है उसकी बिजाई जायद सीजन के दौरान फरवरी-मार्च में की गई थी।
इसकी कटाई-तैयारी जुलाई में होने की उम्मीद की जा रही थी लेकिन बारिश के कारण जलाशय के कछार वाले क्षेत्रों में पानी का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया और वहां कटाई-तैयारी से पूर्व ही फसल जलमग्न हो गई।
कोई अन्य विकल्प नहीं बचने से किसान जैसे-तैसे उस क्षतिग्रस्त फसल की कटाई-तैयारी करने को विवश हो रहे हैं।
किसानों को इस क्षतिग्रस्त फसल के लिए सरकार से मुआवजा मिलना भी कठिन है क्योंकि वे न तो राज्य कृषि विभाग और न ही स्थानीय पैक्स के साथ पंजीकृत है जबकि क्षतिग्रस्त के लिए रजिस्टर्ड होना अनिवार्य होता है।
मुख्य जिला कृषि अधिकारी के अनुसार कृषि विभाग मूंगफली की फसल को हुए नुकसान से अवगत है और इसलिए नंदापुर प्रखंड के कृषि अधिकारी को राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करके जरूरतमंद किसानों की हर संभव सहायता करने के लिए कहा गया है।
उड़ीसा में जायद सीजन के दौरान कुछ अन्य फसलों की खेती भी होती है मगर इसे कम क्षति हुई है क्योंकि उसमें से अधिकांश फसलों की कटाई-तैयारी पहले ही पूरी हो चुकी है।