iGrain India - कोलकाता । भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा पश्चिम बंगाल में चालू माह (अगस्त) से ही खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं की नीलामी शुरू की जाएगी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार गेहूं की बिक्री के लिए एम-जंक्शन प्लेटफार्म पर साप्ताहिक ई-नीलामी शुरू की जाएगी।
इसी तरह ओएमएसएस के तहत सिक्किम में अस्थायी रूप से करीब 1448 टन चावल की बिक्री भी आरंभ की जाएगी।
एफसीआई के उप महाप्रबंधक (कोलकाता) ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में चावल का पर्याप्त उत्पादन होता है इसलिए वहां ओएमएसएस के तहत इसकी खरीद में व्यापारी बहुत कम दिलचस्पी दिखाते हैं।
लेकिन गेहूं में मिलर्स / प्रोसेसर्स की अच्छी मांग रहती है। बंगाल में चावल के लिए साप्ताहिक नीलामी (बिक्री) की जरूरत नहीं है।
अगर कभी आवश्यकता महसूस हुई तो यह मामला राज्य सरकार के समक्ष उठाया जाएगा और उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
पश्चिम बंगाल में गेहूं का सीमित उत्पादन होता है इसलिए सरकारी गेहूं की भारी मांग बनी रहती है इसलिए वहां पंजाब,
हरियाणा एवं मध्य प्रदेश के गोदामों में गेहूं बफर स्टॉक से इस महत्वपूर्ण खाद्यान्न की बिक्री की जाएगी। पिछले वित्त वर्ष के दौरान ओएमएसएस के तहत बंगाल में लगभग 7 लाख टन गेहूं बेचा गया था।
केन्द्र सरकार भारतीय खाद्य निगम को ओएमएसएस के तहत गेहूं एवं चावल की नीलामी बिक्री शुरू करने की अनुमति पहले ही दे चुकी है और इसके लिए न्यूनतम आरक्षित मूल्य (रिजर्व प्राइस) का निर्धारण भी हो चुका है।
एफएक्यू संवर्ग के गेहूं का आधार मूल्य 2325 रुपए प्रति क्विंटल तथा यूआरएस किस्म का 2300 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया गया है। इस पर किराया भाड़ा अलग से लगेगा।