iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय जल आयोग के नीवनतम आंकड़ों से पता चलता है कि देश के 150 प्रमुख बांधों एवं जलाशयों में लगातार छठे सप्ताह पानी के स्तर में सुधार आया जिसका प्रमुख कारण अगस्त के प्रथम सप्ताह के दौरान देश में समान्य से 44 प्रतिशत अधिक वर्षा होना रहा।
आयोग की साप्ताहिक बुलेटिन के अनुसार चालू सप्ताह के दौरान इन 150 बांधों जलाशयों में पानी का भंडार बढ़कर 115.736 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) पर पहुंच गया जो उसकी कुल भंडारण क्षमता 178.794 बीसीएम का करीब 65 प्रतिशत है। देश के अनेक भागों में नियमित रूप से भारी वर्षा हो रही है जिससे आगामी समय में जलस्तर और भी बढ़ने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल की समान अवधि के दौरान बांधों जलाशयों में कुल 108.639 बीसीएम पानी का भंडार उपलब्ध था जबकि चालू वर्ष का भंडार उससे काफी आगे निकल गया है।
यहां यह ध्यान रखना जरुरी है कि अगस्त 2023 के दौरान मानसून की बहुत कम वर्षा होने के कारण देश के कई राज्यों में सूखे का गंभीर संकट पैदा हो गया था।
पिछले सप्ताह देश के 12 राज्यों के बांधों-जलाशयों में सामान्य स्तर से कम पानी का भंडार मौजूद था मगर चालू सप्ताह के दौरान ऐसे राज्यों की संख्या घटकर सात रह गई। इसका मतलब यह हुआ कि महज एक सप्ताह के अंदर पांच राज्यों में पानी का भंडार बढ़कर सामान्य स्तर से ऊंचा हो गया।
आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ उत्तरी क्षेत्र को छोड़कर देश के बाकी सभी चार संभागों में बांधों-जलाशयों में पानी का भंडार सामान्य स्तर से ऊंचा हो गया है।
उत्तरी क्षेत्र में पंजाब, हिमाचल प्रदेश एवं राजस्थान मुख्य रूप से शामिल हैं। एक खास बात यह है कि अब देश के नौ बांधों-जलाशयों में पूरी भंडारण क्षमता के समतुल्य पानी का स्टॉक हो गया है जबकि पिछले सप्ताह ऐसे जलाशयों की संख्या केवल 3 रही थी।
इसी तरह पिछले सप्ताह 67 ऐसे जलाशय थे जिसमें कुल भंडारण क्षमता के 50 प्रतिशत से कम पानी उपलब्ध था मगर चालू सप्ताह के दौरान इसकी संख्या भी गिरकर 51 रह गई। इसका मतलब यह हुआ कि अब राष्ट्रीय स्तर पर 99 जलाशयों में पानी का भंडार कुल भंडारण क्षमता के 50 प्रतिशत से ऊपर पहुंच गया है।