iGrain India - ऊंचे दाम पर मांग कमजोर पड़ने से चीनी का भाव रहा नरम
नई दिल्ली । उद्योग संगठनों की जोरदार मांग के बावजूद सरकार द्वारा चीनी निर्यात के बारे में कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिए जाने, मिलर्स के पास पर्याप्त स्टॉक मौजूद रहने तथा त्यौहारी सीजन की जोरदार मांग नहीं निकलने से 3-9 अगस्त वाले सप्ताह के दौरान चीनी के मिल डिलीवरी मूल्य तथा हाजिर बाजार भाव में नरमी या स्थिरता देखी गई।
मिल डिलीवरी भाव
इसका मिल डिलीवरी भाव पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बिहार में 20-20 रुपए तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 10 रुपए प्रति क्विंटल नरम पड़ गया मगर पंजाब में यह 10 रुपए सुधर गया जबकि मध्य प्रदेश में पिछले स्तर पर स्थिर रहा। गुजरात में विभिन्न ग्रेड की चीनी के दाम में 40 रुपए प्रति क्विंटल की नरमी रही।
हाजिर भाव
चीनी का हाजिर बाजार भाव दिल्ली में 4260/4280 रुपए प्रति क्विंटल के पिछले स्तर पर स्थिर बना रहा जबकि इंदौर में 30 रुपए गिरकर 3970/4070 रुपए प्रति क्विंटल तथा रायपुर में 15-20 रुपए गिरकर 3980/4100 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
मुम्बई
मुम्बई (वाशी) मार्केट में चीनी का दाम 3760/3960 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा और नाका पोर्ट डिलीवरी मूल्य में भी 3710/3910 रुपए प्रति क्विंटल पर कोई बदलाव नहीं हुआ।
टेंडर
मगर चीनी का टेंडर मूल्य एस ग्रेड के लिए महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में 50-50 रुपए घट गया। कर्नाटक में एसएस ग्रेड का टेंडर मूल्य 20 रुपए नरम रहा जबकि एम ग्रेड का टेंडर मूल्य 70 रुपए की जोरदार गिरावट के साथ 3750/3780 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
कोलकाता
उधर कोलकाता में चीनी का हाजिर भाव 4100/4200 रुपए प्रति क्विंटल के नीचले स्तर पर बरकरार रहा।
बिजाई क्षेत्र
गन्ना के बिजाई क्षेत्र के बारे में संशय बना हुआ है क्योंकि कृषि मंत्रालय ने क्षेत्रफल बढ़ने तथा इस्मा ने रकबा घटने का आंकड़ा दिया है। अगला पेराई सीजन अक्टूबर से आरंभ होने वाला है। उम्मीद की जा रही थी कि अगस्त के प्रथम सप्ताह से चीनी में त्यौहारी मांग निकलने लगेगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। चालू माह के लिए चीनी का फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा भी 22 लाख टन नियत हुआ है जो जुलाई के 24 लाख टन तथा अगस्त 2023 के कोटा 23.50 टन से कम है।