iGrain India - दिल्ली में बासमती धान के दाम में भारी उतार-चढ़ाव- करनाल में चावल का भाव कमजोर
नई दिल्ली। हालांकि आमतौर पर 1-7 अगस्त वाले सप्ताह के दौरान धान और चावल में कारोबार कुछ कमजोर रहा लेकिन कुछ मंडियों में इसकी कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव दर्ज किया गया। इसके तहत दिल्ली की नरेला मंडी में पूसा 1121 बासमती धान का भाव 990 रुपए की जबरदस्त बढ़ोत्तरी के साथ 4400 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर 1509 हैण्ड का दाम 931 रुपए की जोरदार गिरावट के साथ 2390 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। 1847 नंबर का मूल्य भी 50 रुपए नरम रहा।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश की जहांगीराबाद मंडी में तो 1509 धान का दाम 250 रुपए घटकर 1800/2350 रुपए प्रति क्विंटल रह गया क्योंकि इस धान में नमी का अंश 20 प्रतिशत से भी ऊंचा बताया जा रहा है। इसी तरह अलीगढ़ में 1509 का भाव 50 रुपए नरम पड़कर 2000/2300 रुपए प्रति क्विंटल रह गया जबकि खैर मंडी में यह 231 रुपए घटकर 2350 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। उत्तर प्रदेश में 1509 बासमती धान की नई फसल की कटाई-तैयारी जारी है और विभिन्न मंडियों में इसकी अच्छी आवक हो रही है मगर क्वालिटी अच्छी नहीं होने से कीमत नरम पड़ गई है।
राजस्थान
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान राजस्थान की बूंदी मंडी में धान का भाव 100-200 रुपए तेज रहा मगर कोटा मंडी में सुगंधा धान का दाम 300 रुपए घटकर 2500/2650 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। अन्य मंडियों में धान की विभिन्न किस्मों के दाम में 50-100 रुपए की तेजी-मंदी देखी गई।
चावल
जहां तक चावल का सवाल है तो भाटापाड़ा में विष्णु भोग का भाव 100 रुपए गिरकर 6300 रुपए प्रति क्विंटल तथा अमृतसर में 1509 सेला चावल का दाम 100 रुपए गिरकर 6400/6450 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। वहां अन्य श्रेणी के चावल की कीमतों में भी 150-200 रुपए की गिरावट आई। राजिम मंडी में 5 प्रतिशत टूटे स्वर्ण चावल का दाम 400 रुपए घटकर 3200 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। जबकि अन्य किस्मों के चावल की कीमतों में 50-75 रुपए की नरमी रही। बूंदी में भी कीमत नरम देखी गई।
हरियाणा
हरियाणा की बेंचमार्क करनाल मंडी में चावल का भाव 300 रुपए प्रति क्विंटल तक घट गया। इसके तहत खासकर 1509 सेला चावल का दाम 300 रुपए की गिरावट के साथ 6300/6400 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। दरअसल ईरान और इजरायल के बीच तनाव बहुत बढ़ जाने से मध्य एशिया एवं खाड़ी क्षेत्र के देशों में बासमती चावल के निर्यात के प्रति अनिश्चितता बढ़ गई है। लाल सागर क्षेत्र के हूती विद्रोहियों का आतंक बरकरार है। ईरान, इराक, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, क़तर, ओमान, जोडर्न एवं कुवैत सहित इस क्षेत्र के कुछ अन्य देशों को भारत से भारी मात्रा में बासमती चावल का निर्यात किया जाता है।