iGrain India - हनोई । दक्षिण-पूर्व एशिया में अवस्थित देश- वियतनाम के चावल का निर्यात ऑफर मूल्य ऊंचा एवं तेज चल रहा है क्योंकि एक तो घरेलू प्रभाग में माल की आपूर्ति की गति धीमी पड़ गई है और दूसरे, फिलीपींस तथा इंडोनेशिया सहित कई अन्य देशों में इसकी भारी मांग बनी हुई है।
थाईलैंड, पाकिस्तान, भारत एवं म्यांमार जैसे अन्य निर्यातक देशों में चावल का निर्यात ऑफर मूल्य पर तो स्थिर या कुछ नरम चल रहा है।
प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 5 प्रतिशत टूटे वियतनामी चावल का निर्यात ऑफर मूल्य बढ़कर 575 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया है
जो थाईलैंड के चावल से 14 डॉलर प्रति टन तथा पाकिस्तानी चावल का निर्यात ऑफर मूल्य बढ़कर 539 डॉलर प्रति टन अधिक है। इस तरह वर्तमान समय में शीर्ष निर्यातक देशों की तुलना में वियतनामी चावल सबसे ज्यादा महंगा है।
दिलचस्प तथ्य यह है कि महज एक माह पूर्व वियतनाम के चावल का निर्यात ऑफर मूल्य थाईलैंड, पाकिस्तान एवं म्यांमार से नीचे चल रहा था
मगर अब इसमें अप्रत्याशित तेजी आ गई है जिसका प्रमुख कारण परम्परागत आयातक देशों में इसकी मांग मजबूत रहना बताया जाता है।
वियतनाम की एक निर्यातक फर्म का कहना है कि चालू माह के दौरान फिलीपींस को नियमित रूप से चावल का शिपमेंट हो रहा है और शुरुआती 15 दिनों में ही वहां कम्पनी के चावल का निर्णय जुलाई की तुलना में करीब 30 प्रतिशत बढ़ गया। निर्यात की प्रक्रिया अब भी जारी है।
फिलीपींस एवं इंडोनेशिया में चावल का आयात बढ़ाने की घोषणा की गई है जबकि दोनों देश वियतनामी चावल के प्रमुख खरीदार हैं।
फिलीपींस ने चावल के आयात का लक्ष्य 42 लाख टन से बढ़ाकर 45-47 लाख टन नियत किया है। इसी तरह इंडोनेशिया में पहले 36 लाख टन चावल के आयात की योजना बनाई गई थी
मगर अब ऐसा लगता है कि कुछ आयात 43 लाख टन तक पहुंच सकता है। वहां चावल के उत्पादन में 9.5 प्रतिशत की गिरावट आने की संभावना है।