iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वर्ष के दौरान 27 अगस्त तक राष्ट्रीय स्तर पर खरीफ फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 1065.08 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 1044.85 लाख हेक्टेयर से करीब 20 लाख हेक्टेयर ज्यादा है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की तुलना में चालू खरीफ सीजन के दौरान धान का उत्पादन क्षेत्र 378.04 लाख हेक्टेयर से उछलकर 394.28 लाख हेक्टेयर, दलहनों का बिजाई क्षेत्र 115.55 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 122.16 लाख हेक्टेयर,
तिलहनों का क्षेत्रफल 187.36 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 188.37 लाख हेक्टेयर तथा श्री अन्न सहित मोटे अनाजों का रकबा 177.50 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 185.51 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
नकदी या औद्योगिक फसलों में गन्ना का बिजाई क्षेत्र तो 57.11 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 57.68 लाख हेक्टेयर हो गया मगर कपास का रकबा 122.74 लाख हेक्टेयर से घटकर 111.39 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया।
दलहन फसलों में अरहर (तुवर) का उत्पादन क्षेत्र 40.74 लाख हेक्टेयर से उछलकर 45.78 लाख हेक्टेयर तथा मूंग का बिजाई क्षेत्र 30.57 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 34.07 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा
जबकि दूसरी ओर उड़द का क्षेत्रफल 30.81 लाख हेक्टेयर से गिरकर 29.04 लाख हेक्टेयर तथा मोठ का रकबा 9.37 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 9.12 लाख हेक्टेयर रह गया।
तिलहन फसलों में मूंगफली का उत्पादन क्षेत्र 43.14 लाख हेक्टेयर से उछलकर 46.82 लाख हेक्टेयर तथा सोयाबीन का बिजाई क्षेत्र 123.85 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 125.11 लाख हेक्टेयर हो गया
मगर तिल का क्षेत्रफल 11.58 लाख हेक्टेयर से गिरकर 10.67 लाख हेक्टेयर तथा अरंडी का रकबा 7.71 लाख हेक्टेयर से घटकर 4.70 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया।
मोटे अनाजों में बाजार का बिजाई क्षेत्र 70 लाख हेक्टेयर से गिरकर 68.85 लाख हेक्टेयर रह गया मगर मक्का का रकबा 81.25 लाख हेक्टेयर से उछलकर 87.23 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। खरीफ फसलों की बिजाई अब अंतिम चरण में पहुंच गई है।