iGrain India - साओ पाउलो । लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील में बारिश की भारी कमी, भीषण गर्मी तथा गन्ना के खेतों में लगी आग के कारण चीनी का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है।
हालांकि भयंकर आगा का गन्ना की फसल पर कितना असर पड़ा है यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है लेकिन अन्य मौसमी कारणों से वहां इसकी पैदावार घटने की संभावना है।
ब्राजील स्थित अमरीकी कृषि विभाग के प्रतिनिधि कार्यालय (उस्डा पोस्ट) ने अपनी नई रिपोर्ट में गन्ना एवं चीनी के उत्पादन अनुगमन में कटौती कर दी है।
पहले वहां 2024-25 सीजन के दौरान 6450 लाख टन गन्ना के उत्पादन का अनुमान लगाया गया था जिसे अब 1.7 प्रतिशत घटाकर 5900 लाख टन नियत किया गया है। इसी तरह ब्राजील में चीनी का उत्पादन अनुमान भी 440 लाख टन से 10 लाख टन घटाकर 430 लाख टन निर्धारित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि ब्राजील में लगभग 90 प्रतिशत चीनी का उत्पादन मध्य दक्षिणी भाग में होता है और यहां साओ पाउलो इसका सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त है।
वहां भीषण आग की चपेट में आने से करीब 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ना की फसल पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई। इसे देखते हुए चीनी का उत्पादन अनुमान घटाया जाने लगा। इससे पूर्व वर्षा के अभाव एवं ऊंचे तापमान से गन्ना की औसत उपज दर तथा गन्ना से चीनी की औसत रिकवर दर प्रभावित हो रही थी।
व्यापार विश्लेषकों के मुताबिक ब्राजील दुनिया में चीनी का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। वहां उत्पादन में गिरावट आने पर वैश्विक बाजार में आपूर्ति प्रभावित होगी और न्यूयार्क तथा लन्दन एक्सचेंज में चीनी के बेंचमार्क वायदा मूल्य में सुधार आ जाएगा। भारत से चीनी व्यापारिक निर्यात बंद है और थाईलैंड में दिसम्बर से गन्ना की क्रशिंग शुरू होगी।
एक विश्लेषक ने मध्य दक्षिणी क्षेत्र में 393 लाख टन चीनी के उत्पादन की संभावना व्यक्त की है जो पूर्व अनुमान से 10 लाख टन कम है।