iGrain India - साप्ताहिक समीक्षा-धान-चावल पंजाब-हरियाणा में बासमती की आवक बढ़ी- कीमतों में सामान्य उतार-चढ़ाव नई दिल्ली। पंजाब, हरियाणा एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मंडियों में बासमती तथा सामान्य श्रेणी के धान की अच्छी आपूर्ति हो रही है और राइस मिलर्स / प्रोसेसर्स तथा निर्यातकों की मांग के अनुरूप इसकी कीमतों में फिलहाल सामान्य उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। दिल्ली 17 से 23 अक्टूबर वाले सप्ताह के दौरान दिल्ली की नरेला मंडी में औसतन 60 हजार बोरी धान की दैनिक आवक हुई जबकि पंजाब के अमृतसर में इसकी मात्रा 50 हजार बोरी दर्ज की गई। प्रत्येक बोरी (100 किलो की होती है) दिल्ली की नजफगढ़ में करीब 4 हजार बोरी, पंजाब के तरन तारन में 25-30 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश के एटा में 25 हजार बोरी, मैनपुरी में 40 हजार बोरी, जहांगीराबाद में 50 हजार बोरी, शाजहांपुर में 1.00-1.20 लाख बोरी, अलीगढ़ में 60-80 हजार बोरी तथा खैर में 70 हजार बोरी धान की औसत दैनिक आवक हुई। हरियाणा में भी तरावड़ी मंडी में 70-80 हजार बोरी, गोहाना में 25 हजार बोरी, हांसी में 6 से 10 हजार बोरी, मध्य प्रदेश के डबरा में 40-50 हजार बोरी, तथा राजस्थान के बूंदी में 40-60 हजार और कोटा में 25-30 हजार बोरी धान रोजाना पहुंचा। जहां तक कीमतों का सवाल है तो इसमें पूर्ववर्ती सप्ताह के मुकाबले 50 से 100 रुपए प्रति क्विंटल का उतार चढ़ाव दर्ज किया गया। तरावड़ी में 1718 धान का भाव 200 रुपए नरम रहा। जबकि गोहाना मंडी में 1509 का दाम 451 रुपए लुढ़ककर 2800 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। बासमती के साथ-साथ सामान्य श्रेणी के धान की भी अच्छी आवक हो रही है जिसकी खरीद सरकारी एजेंसियों द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जा रही है। चावल चावल का भाव समीक्षाधीन सप्ताह में 100-200 रुपए प्रति क्विंटल तेज देखा गया। ज्ञात हो कि केन्द्र सरकार ने बासमती चावल तथा सामान्य श्रेणी के सफेद चावल पर लगे क्रमश: 950 डॉलर एवं 490 डॉलर प्रति टन के न्यूनतम निर्यात मूल्य (मेप) को समाप्त करते हुए सेला चावल को निर्यात शुल्क से मुक्त कर दिया है। इससे निर्यातकों का उत्साह एवं हौसला बढ़ गया है और देश से चावल के निर्यात में भारी बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद की जा रही है। कर्नाटक के रायचूर में विभिन्न किस्मों एवं श्रेणियों के चावल का भाव मजबूत देखा गया। आगामी समय में चावल के दाम में और भी बढ़ोत्तरी हो सकती है।