iGrain India - मास्को । रूस के प्रमुख गेहूं उत्पादक इलाकों में लम्बे समय से अच्छी बारिश नहीं होने तथा मौसम शुष्क रहने से किसानों को शीतकालीन फसल की बिजाई करने में कठिनाई होने की संभावना है जबकि फसल कमजोर हालत के साथ जाड़े के मौसम में प्रवेश करेगी।
एक अग्रणी विश्लेषक फर्म के मुताबिक 2024-25 के वर्तमान सीजन के दौरान भी रूस में मौसम अनुकूल नहीं रहा जिससे गेहूं का उत्पादन घटकर 815 लाख टन पर सिमट गया जबकि 2025-26 के सीजन में यह और भी गिरकर 801 लाख टन रह जाने का अनुमान है जो पंचवर्षीय औसत उत्पादन 881 लाख टन से 80 लाख टन कम होगा।
इसी तरह चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान रूस से 450 लाख टन से कुछ अधिक गेहूं का निर्यात होने का अनुमान है जबकि अगले सीजन में इसकी मात्रा घटकर 400 लाख टन से भी नीचे आने की संभावना है।
हालांकि रूस में गेहूं का कुल बिजाई क्षेत्र 700 लाख एकड़ के पिछले साल के आसपास ही रहने की संभावना है जिसके तहत शीतकालीन गेहूं का क्षेत्रफल घटने एवं वसंतकालीन गेहूं का रकबा बढ़ने के आसार हैं लेकिन असली समस्या शीतकालीन गेहूं की उपज दर में गिरावट आने की है। इसकी औसत उपज दर घटकर 51 बुशेल प्रति एकड़ पर अटकने का अनुमान है जो वर्ष 2019 के बाद का सबसे निचला स्तर है।
रूस के पड़ोसी देश- यूक्रेन में भी गेहूं का उत्पादन 2024-25 सीजन के 218 लाख टन से घटकर 2025-26 में 211 लाख टन रह जाने का अनुमान है जो पंचवर्षीय औसत उत्पादन 242 लाख टन से काफी कम होगा।
इससे अगले साल गेहूं की वैश्विक आपूर्ति में कमी आ सकती है क्योंकि अमरीका, कनाडा तथा यूरोपीय संघ में भी मौसम पूरी तरह अनुकूल नहीं है।