हाजीपुर, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार में वैशाली जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर में करंट से नौ लोगों की मौत के बाद पूरा गांव गमगीन है। सोमवार को एकसाथ सभी शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। एक साथ नौ शवयात्रा निकलने के दौरान पूरा गांव रो पड़ा। इस हादसे में किसी की मांग सूनी हो गई तो किसी का बुढापे का सहारा छीन गया। किसी ने रक्षाबंधन के पहले अपना भाई खो दिया। दरअसल, गांव के कई लोग रविवार की रात बड़े उत्साह के साथ ऊंची ट्राली पर सवार होकर पहलेजा घाट जा रहे थे। सभी घाट से गंगाजल उठाकर हरिहरनाथ मंदिर जाते, जहां महादेव का जलाभिषेक करते। इसी दौरान वह मनहूस घड़ी आ गई, जब ट्राली का ऊपरी हिस्सा बिजली के तार के संपर्क में आ गया और नौ लोगों की मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बिजली तार की चपेट में आने के बाद पहले वाहन में आग लगी और उसके बाद सब कुछ समाप्त हो गया। इस हादसे में सुल्तानगंज के नवीन कुमार की भी मौत हो गई है। अब उनके पिता उस समय को कोस रहे हैं, जब नवीन उन्हें मनाकर खुद जलाभिषेक करने निकल गया।
नवीन के पिता फुदेना पासवान कहते हैं कि वह अपने चाचा के साथ निकला था। कुछ ही आगे ट्रॉली गई थी कि यह मनहूस खबर उन तक पहुंच गई। पहले उनके ही जाने का कार्यक्रम था, लेकिन अचानक वह निकल गया। उन्होंने भावुक होकर कहा कि उनके बुढ़ापे का सहारा अब कौन बनेगा।
माया देवी इस हादसे में अपने पति को खो चुकी हैं। माया इस घटना के बाद बदहवास है। माया देवी कहती हैं कि यह पहाड जैसी जिंदगी, अब कैसे गुजरेगी। भगवान से पति आशीर्वाद ही मांगने जा रहे थे, उन्हें ही भगवान ने छीन लिया। अब वह किस पर भरोसा करे।
इस घटना के बाद से गांव में मातम पसरा है। प्रशासन द्वारा मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए बतौर मुआवजा पहुंचा दिया गया है। इसके अलावा कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत 3-3 हजार रुपए की राशि उपलब्ध कराई गई। परिवारिक लाभ योजना के तहत 20-20 हजार रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की कार्रवाई की जा रही है।
जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा और पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय अंत्येष्टि स्थल, कौनहारा घाट पहुंचकर शोक संतप्त परिवारों से मिले। इसके बाद घटनास्थल सुलतानपुर पंचायत के वार्ड संख्या आठ में पहुंचकर मृतकों के घर जाकर उनके परिवारों एवं स्थानीय लोगों से भी मिले।
--आईएएनएस
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