💎 किसी भी बाजार में छिपे अंडरवैल्यूड स्टॉक्स का खुलासा करेंशुरू करें

एमपॉक्स वायरस को रोकने के लिए भारत को जीनोमिक निगरानी पर फोकस करना जरूरी : विशेषज्ञ

प्रकाशित 19/08/2024, 09:14 pm
एमपॉक्स वायरस को रोकने के लिए भारत को जीनोमिक निगरानी पर फोकस करना जरूरी : विशेषज्ञ

नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)। भारत को एमपॉक्स वायरस को समझने के लिए जीनोमिक निगरानी पर फोकस करना चाहिए और इसके प्रसार को रोकने के तरीके विकसित करने चाहिए। विशेषज्ञों ने सोमवार को ये बात कही। घातक एमपॉक्स वायरस का प्रकोप फिर से देखने को मिल रहा है, खास तौर पर अफ्रीका में, जहां अब तक करीब 14 देश संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 4 देशों में पहली बार संक्रमण की सूचना मिली है। इस साल अब तक दर्ज मामलों की संख्या पिछले साल की कुल संख्या से अधिक हो गई है। अब तक 15,600 से अधिक मामले और 537 मौतें सामने आ चुकी हैं।

इसके चलते अफ्रीका सीडीसी और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस रोग को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है।

2022 में एमपॉक्स का वैश्विक प्रकोप हुआ और भारत समेत कई देश इससे प्रभावित हुए। तब से विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 116 देशों में एमपॉक्स के कारण 99,176 मामले और 208 मौतें होने की सूचना दी है। भारत में कुल 30 मामले पाए गए, जिनमें से आखिरी मामला मार्च 2024 में सामने आया।

प्रसिद्ध जीवविज्ञानी विनोद स्कारिया ने आईएएनएस को बताया, "हमें आनुवंशिक महामारी विज्ञान, प्रसार और वायरस के विकास को समझने के लिए वायरस की जीनोमिक निगरानी पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।"

उन्होंने "तेजी से निदान और प्रभावित व्यक्तियों की बेहतर देखभाल के लिए अच्छे निदान" विकसित करने की अपील की।

एमपॉक्स की पहचान पहली बार 1950 के दशक में अनुसंधान प्रयोगशालाओं में बंदरों में की गई थी, इंसान में इसका पहला मामला 1970 में ही पता चला था।

यह ज़्यादातर कांगो बेसिन के साथ-साथ पश्चिमी अफ़्रीका में लोकल लेवल पर ही रहा है। इसके दो प्रकार हैं, क्लेड एक, जो ज्यादातर कांगो क्षेत्र में पाया जाता है, और क्लेड दो, जो मुख्य रूप से पश्चिमी अफ्रीका में पाया जाता है।

अशोका विश्वविद्यालय के त्रिवेदी स्कूल ऑफ बायोसाइंसेज के बायोसाइंसेज एंड हेल्थ रिसर्च के डीन डॉ. अनुराग अग्रवाल ने आईएएनएस को बताया कि 2022 का प्रकोप क्लेड 2 के कारण हुआ था, जो कम विषैला है और संक्रमण मुख्य रूप से उन पुरुषों में देखा गया था, जिन्होंने अन्य लोगों के साथ यौन संबंध बनाए थे।

उन्होंने कहा, "अफ्रीका में हम जो वर्तमान प्रकोप देख रहे हैं, वह क्लेड 1 है। क्लेड 1 में क्लेड 2 की तुलना में मृत्यु दर अधिक है और बीमारी अधिक गंभीर है। साथ ही क्लेड 1 में आम तौर पर मनुष्य से मनुष्य में संक्रमण नहीं होता है, यहां हम बड़ी संख्या में बच्चों में संक्रमण और मौतें देख रहे हैं, जिससे लोग चिंतित हैं।"

मंकीपॉक्स का नवीनतम प्रकोप न केवल "सीमाओं के पार पहुंच गया है" बल्कि "छोटे बच्चों में मृत्यु की भी सूचना मिली है।"

यही कारण है कि डब्ल्यूएचओ ने अंतर्राष्ट्रीय चिंता के लिए वैश्विक चेतावनी दी है।

अब तक, अफ्रीका के बाहर, मंकीपॉक्स वायरस के क्लेड 1बी स्ट्रेन से प्रेरित संक्रमण केवल स्वीडन में पाया गया है। अलग-अलग, पाकिस्तान (3) और फिलीपींस (1) ने एमपॉक्स के प्रयोगशाला-पुष्टि मामलों की सूचना दी है। हालांकि वैरिएंट अज्ञात बना हुआ है। अमेरिका के कैलिफोर्निया ने भी अपशिष्ट जल निगरानी में एमपॉक्स का पता लगाने की सूचना दी है।

डॉ. अग्रवाल ने कहा, "डर यह है कि यह वायरस विकसित हो सकता है। यह वायरस श्वसन संक्रमण विकसित कर सकता है और घातक हो सकता है। इसे रोकने का सबसे अच्छा तरीका संक्रमण की संख्या को कम करना, इसे वर्तमान भौगोलिक क्षेत्र में सीमित रखना और धीरे-धीरे इसे खत्म करना है।"

उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान अधिक निदान, टीके और जीनोमिक निगरानी की आवश्यकता पर जोर दिया।

--आईएएनएस

एकेएस/एसकेपी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित