पटना, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। मुंबई में शनिवार रात सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की कुछ अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि बाबा सिद्दीकी की हत्या महाराष्ट्र सरकार पर सवाल खड़े कर रही है।मृत्युंजय तिवारी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या महाराष्ट्र सरकार पर सवाल खड़े कर रही है। जब पूर्व मंत्री की इस तरह से हत्या हो रही है तो सवाल उठना लाजमी है कि 'डबल इंजन' की सरकार में अपराधियों के हौसले कैसे बुलंद हैं। जब अपराधी खुलेआम बड़े लोगों की हत्या कर रहे हैं तो आम लोग भगवान भरोसे हैं। जिस तरह से हत्या हुई है उससे पता चलता है कि शिंदे सरकार कानून-व्यवस्था को संभालने में पूरी तरह से विफल रही है। आम लोग परेशान हैं। इस तरह की हत्या ने सरकार की पोल खोल दी है।
उन्होंने कहा, "सरकार को एक मिनट भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। शिंदे जी को इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा को महाराष्ट्र के हालात पर बताना चाहिए कि इसे कौन सा राज्य कहना चाहिए।"
शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक लेख प्रकाशित हुआ है जिसमें कहा गया है कि हरियाणा में मिली हार से कांग्रेस को सबक सीखने की जरूरत है। हरियाणा की हार कांग्रेस के अति आत्मविश्वास का नतीजा है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद प्रवक्ता ने कहा कि हर हार और जीत के बाद हर पार्टी आत्ममंथन करती है। समीक्षा करती है। सबक सीखती है। अति आत्मविश्वास कभी-कभी हार का कारण बन जाता है। इसलिए, कांग्रेस पार्टी की हार से हर कोई हैरान है। बड़े-बड़े राजनीतिक पंडित भी हैरान हैं। कई तरह की शंकाएं उठ रही हैं कि आखिर खेल कहां खेला गया।
उल्लेखनीय है कि बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी को शनिवार को बांद्रा ईस्ट के निर्मल नगर के पास गोली मार दी गई। उनके दफ्तर के बाहर कम से कम दो-तीन लोगों ने घात लगाकर उन पर हमला कर दिया। जैसे ही वह दफ्तर पहुंचे, हमलावर दौड़ते हुए आए और उन पर अंधाधुंध कई राउंड गोलियां चलाईं। उन्हें दो-तीन गोलियां लगीं, जिनमें से एक उनके सीने में लगी। पास में खड़े एक सहकर्मी के पैर में भी गोली लगी। घटना रात करीब साढ़े नौ बजे हुई। गोली मारने के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। हालांकि, बाद में उनमें से दो को पुलिस ने शनिवार को ही गिरफ्तार कर लिया।
--आईएएनएस
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