💎 किसी भी बाजार में छिपे अंडरवैल्यूड स्टॉक्स का खुलासा करेंशुरू करें

आगामी महीनों में खाद्य पदार्थों की कीमतों में नरमी की संभावना: विशेषज्ञ

प्रकाशित 13/07/2024, 04:52 pm
© Reuters.  आगामी महीनों में खाद्य पदार्थों की कीमतों में नरमी की संभावना: विशेषज्ञ
INBA
-

नई दिल्ली, 13 जुलाई (आईएएनएस)। आने वाले महीनों में खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी आने और मुद्रास्फीति के 4 से 4.5 प्रतिशत के बीच स्थिर होने का अनुमान है। ऐसा इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है।भारत की उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति यानी सीपीआई पिछले साल की समान अवधि की तुलना में इस साल जून में बढ़कर 5.08 प्रतिशत हो गई।

इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के अनुसार, जून में बारिश कम हुई, लेकिन यह कोई चिंता की बात नहीं है, क्योंकि खरीफ के लिए जुलाई और अगस्त की बारिश ही मायने रखती है।

गैर-खाद्य मुद्रास्फीति में लगातार 17वें महीने कमी आई है और यह 2.3 प्रतिशत के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गई है।

क्रिसिल के चीफ इकोनॉमिक्ट धर्मकीर्ति जोशी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि मानसून की प्रगति और बुवाई में तेजी से कृषि उत्पादन में सुधार होगा और आने वाले महीनों में खाद्य मुद्रास्फीति में कमी आएगी। आगामी महीनों में हम खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट की उम्मीद कर रहे हैं, जिससे मुख्य मुद्रास्फीति औसतन 4.5 प्रतिशत तक नीचे आ जाएगी। पर, आने वाली नीति में दरों में कटौती की उम्मीद नहीं है, क्योंकि आरबीआई 4 प्रतिशत टिकाऊ मुद्रास्फीति का लक्ष्य लेकर चल रहा है।''

मई में मुद्रास्फीति घटकर 4.75 प्रतिशत पर आ गई थी, जो 12 महीने का सबसे निचला स्तर था, जबकि अप्रैल में यह 4.83 प्रतिशत पर आ गई थी, जो 11 महीने का सबसे निचला स्तर था।

जून के आंकड़े हाल के महीनों में शुरू हुई गिरावट के रुझान से अलग हैं।

पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल के अनुसार, जून महीने के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति मुख्य रूप से खाद्य और पेय पदार्थों की मुद्रास्फीति के कारण है, जो मई में 7.9 प्रतिशत से बढ़कर जून में 8.4 प्रतिशत हो गई।

उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि आने वाले महीनों में खाद्य कीमतें स्थिर हो जाएंगी और मुद्रास्फीति का रुख भी नरम होकर 4 से 4.5 प्रतिशत के बीच स्थिर हो जाएगा।"

आईसीआरए की चीफ इकोनॉमिक्ट अदिति नायर ने कहा कि खाद्य और पेय पदार्थों को छोड़कर, अन्य सभी सब-ग्रुप्स में मुद्रास्फीति जून में 4 प्रतिशत के निशान से नीचे रही।

उन्होंने कहा, "आमतौर पर जुलाई के महीने में खरीफ की लगभग 50 प्रतिशत बुवाई होती है, इसलिए बुवाई को तेज करने के लिए अगले कुछ हफ्तों में सभी क्षेत्रों में पर्याप्त बारिश होना जरूरी है।"

आईसीआरए का अनुमान है कि जुलाई में मुख्य सीपीआई मुद्रास्फीति घटकर 2.5-3 प्रतिशत रह जाएगी, जो पूरी तरह से अनुकूल आधार प्रभाव के कारण होगा।

--आईएएनएस

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित