नोएडा, 16 सितंबर (आईएएनएस)। नोएडा के 87 गांव की जमीन पर दिल्ली नोएडा गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआईआर) बनाया जाएगा। 20 हजार हेक्टेयर में बसाया जाएगा ये पूरा प्लान। आने वाले समय में औद्योगिक विकास के लिए उत्तर प्रदेश के नोएडा को सबसे बड़ा औद्योगिक हब माना जा रहा है। इसीलिए दिल्ली गाजियाबाद को जोड़कर आने वाले समय में इनके लिए नोएडा में औद्योगिक इकाइयों के लिए नई भूमि तैयार की जा रही है।नए प्लान के मुताबिक 20 हजार हेक्टेयर लैंड के 41 प्रतिशत हिस्से में औद्योगिक गतिविधियां की जाएंगी। डीएनजीआईआर का 2041 मास्टर प्लान तैयार करने की जिम्मेदारी स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आ*++++++++++++++++++++++++++++र्*टेक्ट की थी। इस कंपनी ने मास्टर प्लान भेजा है। उसमे तकनीकी स्तर पर कुछ कमी है। अब इसमें एक नई एजेंसी या प्राधिकरण अपने स्तर पर ही इस मास्टर प्लान को पूरा करेगा। इसे आगामी बोर्ड में रखा जाएगा।
डीएनजीआईआर का फाइनल ड्राफ्ट पूरा होते ही गौतमबुद्ध नगर व बुलंदशहर के 87 गांव की जमीन लैंडपूल की जाएगी। शासन की तरफ से 80 गांव के नोटिफिकेशन में 60 गांव बुलंदशहर व 20 गौतमबुद्ध नगर के शामिल थे। एसपीए ने जब मास्टर प्लान बनाने के लिए सर्वे शुरू किया तो पाया कि 5 गांव थोड़ा दूर पड़ रहे हैं और 12 गांव नजदीक हैं और शामिल भी किए जा सकते हैं। ऐसे में सात नए गांव और शामिल किए गए।
नोएडा को 19 हजार 600 हेक्टेयर जमीन बसाया गया। यहां की जमीन अर्जेंसी क्लाज के तहत अधिग्रहीत की गई। इसलिए यहां अब तक जमीन से जुड़े मामलों का निस्तारण किया जा रहा है। ये समस्या डीएनजीआईआर में न आए इसके लिए यहां किसानों से लैंडपूल की जाएगी।
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