नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की आर्थिक विकास दर 7.8 फीसदी रही, जो पिछले साल की इसी अवधि में दर्ज की गई 13.1 फीसदी से काफी कम है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा गुरुवार को ये आंकड़े जारी किए गए।हालाँकि, 2022-23 की जनवरी-मार्च अवधि (चौथी तिमाही) में दर्ज की गई 6.1 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में 2023-24 की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की 7.8 प्रतिशत की वृद्धि दर ज्यादा रही है।
आधिकारिक बयान के अनुसार, "वास्तविक जीडीपी या स्थिर (2011-12) कीमतों पर जीडीपी 2023-24 की पहली तिमाही में 40.37 लाख करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंचने का अनुमान है, जबकि 2022-23 की पहली तिमाही में यह 37.44 लाख करोड़ रुपये थी, जो 7.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है जबकि 2022-23 की पहली तिमाही में वृद्धि दर 13.1 प्रतिशत थी।“
आंकड़ों से पता चलता है कि कृषि, खनन, विनिर्माण, बिजली, निर्माण, होटल और परिवहन जैसी सभी गतिविधियों में 2022-23 की पहली तिमाही के मुकाबले 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर कम रही।
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने 2023-24 की पहली तिमाही के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि आठ प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था।
--आईएएनएस
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