iGrain India - नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में गन्ना के सैप में हुई 20 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी का असर चीनी के दाम पर पड़ने लगा है। पंजाब, बिहार, गुजरात, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी 27 जनवरी से 2 फरवरी वाले सप्ताह के दौरान चीनी के दाम में तेजी दर्ज की गई। दिल्ली में हाजिर भाव 20 रुपए सुधरकर 4040/4100 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा।
गुजरात
गुजरात में तो चीनी का मिल डिलीवरी मूल्य 70 रुपए प्रति क्विंटल तक बढ़ गया। बिहार में भी 50 रुपए एवं यूपी में 20-25 रुपए की तेजी रही। इंदौर में चीनी का हाजिर भाव 10 रुपए सुधरा जबकि रायपुर (छत्तीसगढ़) में पिछले स्तर पर स्थिर रहा।
मुम्बई
मुम्बई (वाशी) मार्केट में चीनी के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ और न ही नाका पोर्ट डिलीवरी मूल्य में कोई उतार-चढ़ाव दर्ज किया गया। लेकिन महाराष्ट्र में चीनी के टेंडर मूल्य में 10 से 70 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट देखी गई। कर्नाटक में भी टेंडर मूल्य 5-10 रुपए प्रति क्विंटल नरम रहा। कोलकाता में चीनी का स्पॉट मूल्य पिछले स्तर पर ही बरकरार रहा।
फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा
सरकार ने फरवरी के लिए 22 लाख टन चीनी का फ्री सेल कोटा जारी किया है जो जनवरी के कोटे 23 लाख टन से एक लाख टन कम मगर फरवरी 2023 के कोटे 21 लाख टन से एक लाख टन ज्यादा है। चीनी की औद्योगिक मांग फिलहाल सीमित है और घरेलू खपत भी ज्यादा नहीं हो रही है। मासिक कोटे की प्रतिक्रिया में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान चीनी के दाम में कुछ सुधार आया लेकिन आगे इसमें जोरदार तेजी आने की संभावना कम है। यदि बल्क खरीदारों- आइसक्रीम एवं कोल्ड ड्रिंक्स निर्माण उद्योग में अच्छी मांग निकली तो चीनी का बाजार आगे कुछ सुधर सकता है।
महाराष्ट्र एवं कर्नाटक
महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में उत्पादन घटने का स्पष्ट संकेत मिलने के बावजूद चीनी के टेंडर मूल्य में गिरावट आई है। समझा जाता है कि चीनी उद्योग के शीर्ष संगठन- इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने एथनॉल निर्माण में चीनी के उपयोग की मात्रा बढ़ाने की अनुमति देने का जो आग्रह किया है उस पर सरकार विचार कर सकती है।